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पुलिस को आपको गोली मारते दर्द नहीं होता... I Love Muhammad पर अब इमराम मसूद ने मुस्लिमों को दी ये सीख

यूपी तक

उत्तर प्रदेश और देश के कई हिस्सों में "I Love Muhammad" पोस्टर विवाद को लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश है. बरेली में प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में टकराव हुआ, जिसके बाद मौलाना तौकीर रज़ा सहित 8 लोग गिरफ्तार हुए.

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उत्तर प्रदेश के कई शहरों और देश के अलग-अलग हिस्सों में मुस्लिम समाज I Love Muhammad पोस्टर से जुड़े विवाद को लेकर उद्वेलित है. यूपी के अलग-अलग इलाकों में मुस्लिम समाज के प्रदर्शन और इस दौरान पुलिस से टकराव की खबरें सामने आ रही हैं. ऐसा ही कुछ बरेली में भी हुआ है. बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम प्रदर्शनकारियों को रोकने के दौरान उनका पुलिस से टकराव हो गया. इसके बाद पुलिस ने 11 FIR दर्ज करते हुए बरेली के मौलाना तौकीर रजा समेत 8 लोगों को अरेस्ट कर लिया है. अब इस पूरे विवाद पर सहारनपुर से कांग्रेस सांसद और यूपी के दिग्गज नेता इमरान मसूद की प्रतिक्रिया सामने आई है. इमरान ने इस पूरे मामले में मुस्लिम समाज के लोगों को सतर्क किया है. 

यहां नीचे सुनिए कि इमरान मसूद ने क्या-क्या कहा

इमरान मसूद का कहना है कि हर मुसलमान के दिल में पैगम्बर मोहम्मद के लिए मोहब्बत है, इसे दिखाने के लिए किसी प्रदर्शन या नारेबाजी की ज़रूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि आप मुसलमान हैं तो मोहब्बत आपके दिल में है, वरना मुसलमान मुसलमान ही नहीं हो सकता. मस्जिद में नमाज पढ़िए, गुमराही के रास्ते पर मत जाइए. सड़कों पर हुजूम बनाकर निकलना गलत है. 

पुलिस के ऐक्शन पर कठोर टिप्पणी की

इमरान मसूद ने पुलिस की कार्रवाई पर भी खुलकर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि, पुलिस को लाठी चलाते हुए आपपर तरस से नहीं आता. पुलिस को आपको गोली मारते हुए दर्द नहीं होता. संभल में सीधे सीने पर गोली मारी थी. इस बात को आप ध्यान में रखिए कि आपके लिए दर्द नहीं है. आपको इंसान नहीं समझा जा रहा. मैं सभी उलेमा इकराम से भी दरखास्त करना चाहता हूं कि ये साजिश के तहत एक काम हो रहा है. इसको रुकवाइए. ये काम ठीक नहीं है. किसी भी सूरत में ठीक नहीं है. मस्जिद नमाज़ पढ़ने के लिए और नमाज पढ़ने के लिए रहनी चाहिए मस्जिद.  

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इस साजिश में भाजपा शामिल, उसी को इसका फायदा: इमरान मसूद

सांसद इमरान मसूद ने सरकार और पुलिस पर दोहरी कार्रवाई का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, 'आई लव मोहम्मद कहना कोई जुर्म तो है नहीं, लेकिन नारेबाजी के बहाने सड़कों पर उकसावे की राजनीति सही नहीं है. भाजपा नेताओं को भी इस साजिश से फायदा मिल रहा है.' मसूद ने आरोप लगाया कि इस साजिश में बीजेपी शामिल है.

बरेली में क्या हुआ है? 

आपको बता दें कि स्थानीय मौलवी और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख तौकीर रजा खान ने बरेली में 'आई लव मुहम्मद' अभियान के समर्थन में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया. इसके बाद शुक्रवार की नमाज हुई और बरेली में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई. पुलिस ने लाठीचार्ज किया. हिंसक झड़प में प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ दो दर्जन से अधिक पुलिस वाले भी घायल हुए. इसके बाद शनिवार को पुलिस ने तौकीर रजा समेत 8 को अरेस्ट कर लिया. 

क्या है ‘आई लव मोहम्मद’ से जुड़ा विवाद?

उत्तर प्रदेश के उन्नाव, बरेली, कन्नौज, आगरा, गोंडा जैसे शहरों के अलावा उत्तराखंड के काशीपुर और तेलंगाना के हैदराबाद समेत देश के कई शहरों में I Love Muhammad के समर्थन में मुस्लिम समाज सड़कों पर उतर आया है. जगह-जगह जुलूस भी निकाले जा रहे हैं और हिंसक झड़पें देखने को मिल रही हैं. इस पूरे विवाद की पटकथा उत्तर प्रदेश के कानपुर में लिखी गई. यहां बारावफात के जुलूस के दौरान I Love Muhammad के साइन बोर्ड पर ऐसा विवाद हुआ, जिसका असर अब यूपी समेत देश के अलग-अलग शहरों में दिखने लगा है.

कानपुर से शुरू हुए I Love Muhammad के ट्रेंड पर हुए विवाद की पूरी कहानी यहां क्लिक कर जानिए

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