रामजीलाल सुमन और इंद्रजीत सरोज के बयान पर बवाल हुआ तो इतिहास विवाद पर नई थ्योरी लेकर आए अखिलेश
UP News: रामजीलाल सरोज लगातार विवादित बयान देकर सुर्खियों में हैं. सपा के बयानवीर बन चुके हैं. अब सपा नेता इंद्रजीत सरोज ने भी देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक बयान दिया है. इसी को लेकर अब सपा मुऱखिया अखिलेश यादव का रिएक्शन सामने आया है.
ADVERTISEMENT

UP News: राणा सांगा पर दिए गए बयान के बाद समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने आज मंदिरों को लेकर भी विवादित बयान दे दिया और दावा किया कि मंदिरों के नीचे बौद्ध मठ हैं. इसी के साथ सपा के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक इंद्रजीत सरोज ने भी मंदिरों और देवी-देवताओं को लेकर अपमानजकर टिप्पणी कर दी. अब इन बयानों को लेकर समाजवादी पार्टी घिरती नजर आ रही है. भाजपा समेत हिंदू संगठन सपा पर हमलावर हैं और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को निशाने पर ले रहे हैं. अब अखिलेश यादव का भी इन बयानों पर रिएक्शन सामने आया है. अखिलेश ने इतिहास का जिक्र करते हुए नई बात कही है.
अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने रामजीलाल सुमन और इंद्रजीत सरोज के बयान नहीं सुने हैं. इसी के साथ उन्होंने इशारों ही इशारों में पार्टी नेताओं को हिदायत भी दे दी हैं. सपा मुखिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी का कोई भी नेता इतिहास की बात न करें.
ये बोले अखिलेश यादव
मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, सुनने में आ रहा है लोग इतिहास के पन्ने पलट रहे हैं. जब से रामजीलाल सुमन ने बयान दिया, तब से लोग गूगल पर पढ़ रहे हैं. इतिहास के बारे में जानना चाहते हैं. इसके बाद अखिलेश यादव ने कहा, इतिहास हमें अगर सकारात्मक रास्ता न दिखा सकें तो इतिहास को इतिहास की तरह ही रहने दें.
यह भी पढ़ें...
अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं को हिदायत देते हुए कहा, इतिहास पर चर्चा नहीं करना चाहिए. मैं यही कहूंगा पार्टी का कोई भी नेता इतिहास की बात न करें. बता दें कि जिस तरह से अखिलेश यादव का अब इस मामले पर रिएक्शन सामने आया है, उससे सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या ये सपा की कोई नई रणनीति है या अखिलेश ये पूरा विवाद थामने की कोशिश कर रहे हैं?
इंद्रजीत सरोज और रामजीलाल सुमन ने क्या कहा था?
राणा सांगा को गद्दार बोलने बोलने वाले सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने अंबेडकर जयंती के मौके पर कहा था कि मंदिरों के नीचे बौद्ध मठ हैं. उन्होंने ये भी सवाल किया था कि अगर मुसलमानों में बाबर का डीएनए हैं तो तुम में किसका डीएनए हैं? इसी के साथ उन्होंने करणी सेना को निशाने पर लिया था. इससे पहले रामजीलाल सुमन ये भी दावा कर चुके हैं कि राणा सांगा ने ही बाबर को भारत में बुलाया था.
इसी के साथ अंबेडकर जयंती के मौके पर कौशांबी में सपा के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक इंद्रजीत सरोज ने मंदिरों और देवी-देवताओं को लेकर अपमान जनक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि अगर भारत के मंदिरों में ताकत होती तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गौरी जैसे लुटेरे देश में नहीं आते. लूटेरे आए थे और लूट ले गए. क्या कर रहे थे देवी देवता उस समय? ताकतवर नहीं थे देवी देवता. हमारे भगवान तो अंबेडकर हैं.