मेरठ में असलम की हत्या के 6 घंटे के अंदर पुलिस ने 2 बदमाशों को मुठभेड़ के बाद पकड़ा, दोनों के नाम सामने आए
Meerut Crime News: मेरठ में युवक असलम की हत्या के 6 घंटे बाद पुलिस ने आरोपी भतीजे सुभान और उसके साथी शादान को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. जानें क्या था संपत्ति विवाद का मामला और पुलिस की कार्रवाई.
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Meerut Crime News: मेरठ में शनिवार को 30 साल के असलम नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. असलम बावर्ची का काम करता था और अपने परिवार के साथ लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के मजीद नगर में रहता था. हत्याकांड का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. पुलिस की तीन टीम आरोपी की तलाश में थी और हत्याकांड के 6 घंटे बाद ही पुलिस ने आरोपी भतीजे और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया. इसके बाद दोनों ने भागने का प्रयास किया और पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से दोनों घायल हो गए. पुलिस ने फिर उन्हें पकड़ लिया.
ये है मामला
दरअसल, यह मामला मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के मजीद नगर का है. यहां शनिवार सुबह बाइक सवार हमलावरों ने असलम को गोली मार दी. घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. घायल असलम को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस की तीन टीमें आरोपियों को तलाशने में जुटी थीं. वहीं पुलिस पूछताछ में सामने आया कि असलम की कुछ लोगों से पुरानी रंजिश चल रही थी और पूर्व में भी असलम के ऊपर हमला हुआ था, जिसमें वह बच गया था.
पुलिस ने परिजनों की पूछताछ के बाद दो लोगों को हिरासत में लिया था. पुलिस ने इस मामले में मृतक के भतीजे सुभान और उसके साथी शादान को कांच के पुल के पास गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पुलिस दोनों को वारदात में इस्तेमाल किए गए हथियार को बरामद करने के लिए ले जा रही थी. आरोप है कि तभी इन दोनों ने पुलिस की टीम पर फायर कर भागने की कोशिश की, जिसके बाद जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने भी गोली चलाई. जिसमें दोनों आरोपी पैर में गोली लगने से घायल हो गए. पुलिस ने दोनों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा और दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
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एसपी सिटी ने ये बताया
इस मामले में मेरठ के एसपी (सिटी) आयुष विक्रम ने बताया कि घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान हुई. परिजनों ने आरोपियों की पहचान सुभान के रूप में की, जो कि मृतक का भतीजा है और दूसरा व्यक्ति अज्ञात में था. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें दूसरे व्यक्ति का नाम शादान था. दोनों को हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार को बरामद करने के लिए ले जाया जा रहा था. पर इन्होंने पुलिस पर फायरिंग करके भागने की कोशिश की. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों पैर में गोली लगने से घायल हो गए. उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया. इनके पास से तमंचा, पिस्तौल और बाइक बरामद कर ली गई है. मृतक और आरोपी का संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था, जिसकी वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया है.
सुभान को नहीं है पछतावा!
वहीं पुलिस की गिरफ्त में आए भतीजे सुभान का कहना है कि उसका चाचा असलम उसको मरवाना चाहता था और उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है.