लड़की के प्यार में था पुजारी विशाल कुशवाहा, मंदिर के अंदर लोहे के स्टैंड से मार डाला गया, खौफनाक वारदात की कहानी
UP News: झांसी में पुजारी विशाल कुशवाहा मर्डर केस का सनसनीखेज खुलासा पुलिस ने किया है. इस हत्याकांड की जो कहानी सामने आई है, वह चौंका देने वाली है.
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UP News: झांसी के प्रसिद्ध मनसिल माता मंदिर के युवा पुजारी विशाल कुशवाहा मंदिर में था, जिस समय उसकी हत्या कर दी गई थी. सभी के सामने हत्यारों ने लोहे के स्टैंड से विशाल पर जानलेवा हमने करने शुरू कर दिए और विशाल को मार डाला था. ये घटना 2 दिसंबर की रात 8 बजे की थी. सवाल ये था कि आखिर युवा पुजारी को कोई क्यों मारेगा? उसकी किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है? अब झांसी पुलिस ने इस सनसनीखेज मामला का चौंकाने वाला खुलासा किया है.
बता दें कि इस हत्याकांड का 23 सेकेंड का सन्न कर देने वाला सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था. इसमें दिख रहा था कि कैसे मंदिर के अंदर पुजारी विशाल को लोहे के माइक के स्टैंड से मारा गया था. बता दें कि अब पुलिस ने युवा पुजारी विशाल कुशवाहा मर्डर केस का सनसनीखेज खुलासा किया है और मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
क्यों की गई पुजारी की हत्या?
दरअसल युवा पुजारी की हत्या प्रेम संबंधों को लेकर की गई थी. हत्याकांड को अंजाम प्रेमिका के भाई और जीजा ने ही दिया था. युवा पुजारी ने अपनी प्रेमिका को 2 साल पहले जयमाला भी पहना दी थी और दोनों ने एक दूसरे को पति-पत्नी मान लिया था. मगर युवती के परिजनों ने विशाल को उससे दूर कर दिया था. हाल ही में विशाल फिर मंदिर में पुजारी बन गया था. ऐसे में युवती के परिजनों को लगता था कि विशाल फिर से उनकी बेटी के साथ संपर्क करने की कोशिश कर रहा है.
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3 साल पहले शुरू हुई थी प्रेम कहानी
ये पूरा मामला झांसी के बरुआसागर थाना क्षेत्र के निगौना खैरा गांव से सामने आया था. यहां रहने वाला विशाल कुशवाहा मनसिल माता मंदिर में पुजारी था. उसी मंदिर के बाहर निगौरा का रहने वाला बालाराम उर्फ बाला अपनी दुकान लगाया करता था. 3 साल पहले बालाराम की बहन और विशाल के बीच अफेयर शुरू हुआ. दोनों ने साथ जीने–मरने के वादे किए और करीब दो साल पहले एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर पति–पत्नी मान लिया. कुछ समय दोनों साथ भी रहे, लेकिन युवती का परिवार इस रिश्ते से नाराज था. परिजनों के दबाव में युवती को विशाल से दूर कर दिया गया और मामला धीरे–धीरे शांत होता गया.
6 महीने पहले फिर बन गया मंदिर का पुजारी
दोनों के बीच रिश्ता करीब-करीब खत्म ही हो गया था. ऐसे में विशाल 6 महीने पहले फिर इसी मंदिर में आ गया और पुजारी बन गया. दूसरी तरफ बालाराम को शक हुआ कि विशाल यहां उसकी ही बहन के लिए आया है और वह फिर से उससे बात करना चाह रहा है. बालाराम इस बात से विशाल पर भड़क गया. उसने विशाल को इस बार रास्ते से ही हटाने की साजिश रची और इस काम में अपने जीजा सलिल को लिया.

पहले पीटा और फिर मंदिर में जाकर मार डाला
2 दिसंबर की रात करीब 8 बजे बालाराम मंदिर में आया. साथ में उसका जीजा था. दोनों ने विशाल को बाहर बुलाया. बाहर आते ही उसके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी. मगर मंदिर के दूसरे पुजारियों ने विशाल को बचा लिया और बीच-बचाव कर लिया. अन्य पुजारी विशाल को वापस मंदिर के अंदर लेकर गए. उसे इतना मारा कि वह बेहोश हो गया. मंदिर के दूसरे पुजारी उसे होश में लाने की कोशिश करते रहे.
इसी दौरान बालाराम फिर मंदिर आया और इस बार उसने लोहे के माइक स्टैंड से विशाल पर हमला करना शुरू कर दिया. उसने विशाल के सिर पर 3 से 4 बार तेजी के साथ वार किए. कुछ कुछ समझ पाता, इतने में बालाराम अपने जीजा के साथ फरार हो गया. बता दें कि पुलिस ने मुख्य आरोपी बालाराम को गिरफ्तार कर लिया है. उसका जीजा अभी फरार है.
पुुलिस ने ये बताया
इस पूरे मामले को लेकर सीओ टहरौली अरुण कुमार राय ने बताया, पुजारी की हत्या का मामला था. एक आरोपी को पकड़ लिया गया है.











