डिंपल ने बचा ली मुलायम की विरासत, मैनपुरी में 2.88 लाख वोटों से BJP प्रत्याशी को हराया

यूपी तक

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

UP By Elections: मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए गुरुवार को वोटों की गिनती हुई. काउंटिंग के बाद मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को विजयी घोषित किया गया. डिंपल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के रघुराज सिंह शाक्य को हराकर यह जीत हासिल की. डिंपल ने रघुराज सिंह शाक्य को दो लाख 88 हजार 461 मतों से हराया. जीतने के बाद डिंपल यादव ने मैनपुरी के डीएम से जीत का प्रमाण पत्र लिया.

बता दें कि सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने 618120 वोट हासिल किए हैं, जबकि बीजेपी के रघुराज शाक्य को 329659 मत मिले हैं. डिंपल को 64.08 प्रतिशत और रघुराज शाक्य को 34.18 फीसदी वोट मिले हैं.

UP Political News: मैनपुरी की सियासी जंग जीतने के बाद डिंपल यादव ने मैनपुरी की जनता को शुक्रिया कहा. उन्होंने कहा कि मैंने कहा था कि मैनपुरी की जनता इतिहास रचने का काम करेगी और आज जनता ने इतिहास रच दिया. यह जीत नेताजी की जीत है और हमारी यह जीत नेताजी को श्रद्धांजलि के तौर पर उन्हें समर्पित है.

बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई थी. इस कारण यहां सोमवार को उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई. सपा ने इस उपचुनाव में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया था, जबकि बीजेपी ने रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दिया था.

UP Politics: शाक्य एक समय शिवपाल यादव के करीबी माने जाते थे लेकिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर वे इस वर्ष भाजपा में शामिल हो गए थे. शाक्य पूर्व में समाजवादी पार्टी में थे लेकिन बाद में शिवपाल यादव के साथ आ गए थे जब उन्होंने सपा से अलग होकर अपनी पार्टी बनाई थी. बता दें कि गुरुवार को सपा-प्रसपा में विलय हो गया है.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

गौरतलब है कि मैनपुरी सीट सपा का गढ़ मानी जाती है. पूरे उपचुनाव में प्रचार के दौरान सपा ने मैनपुरी से डिंपल यादव को मुलायम सिंह यादव की विरासत के तौर पर पेश किया था. सपा के लिए मैनपुरी की सियासी लड़ाई सम्मान की लड़ाई बन चुकी थी. प्रचार के दौरान डिंपल यादव ने इस उपचुनाव ‘नेताजी’ (मुलायम सिंह यादव) के सम्मान का चुनाव बताया था.

उपचुनाव: मैनपुरी में डिंपल यादव को भारी बढ़त, शिवपाल बोले- यह नेताजी के आदर्शों की जीत…

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT