मेरठ में कांवड़ शिविर में पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के साथ की छींटाकशी? मामले का ये सच सामने आया

उस्मान चौधरी

मेरठ के दौराला में कांवड़ शिविर में सादी वर्दी में आए कुछ पुलिसकर्मियों पर महिलाओं से छींटाकशी और वीडियो बनाने के आरोप लगे. जांच में अब तक कोई संदिग्ध गतिविधि साबित नहीं हुई है, लेकिन पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए जांच जारी रखे हुए है.

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Meerut News: सावन माह में जारी कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है और गंगा जल लेने के लिए शिवभक्तों का सैलाब लगातार बढ़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क नजर आ रहा है. एडीजी, डीआईजी और एसएसपी स्वयं कांवड़ मार्ग पर भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. लेकिन इसी बीच मेरठ के दौराला क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां कांवड़ शिविर में मौजूद कुछ स्थानीय महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर आपत्तिजनक व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और जांच शुरू की गई.

महिलाओं ने लगाए अश्लील हरकतों के आरोप

बता दें कि शनिवार रात दौराला के गंगनहर पटरी मार्ग पर स्थित कांवड़ शिविर में कुछ स्थानीय महिलाएं दर्शन के लिए पहुंची थीं. इसी दौरान वहां सादी वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों पर महिलाओं ने छींटाकशी, पीछा करने और वीडियो बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाएहैं. आपको बता दें कि शिविर संचालकों का आरोप है कि मनोज नाम का एक सिपाही लगातार महिलाओं के साथ अश्लील व्यवहार करता है. यही नहीं, पीएसी में तैनात दो अन्य सिपाही, मोहित और अमनदीप पर भी रात के समय संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.

शिविर में हुआ हंगामा 

घटना के बाद शिविर संचालकों और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश देखने को मिला. बता दें कि मौके पर हंगामा खड़ा हो गया और लोगों ने पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाकर लिखित शिकायत दी. संचालकों ने मांग की कि ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. 

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पुलिस की प्राथमिक जांच में आरोप साबित नहीं

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मेरठ एसपी देहात राकेश कुमार ने बताया कि दौराला पुल के पास बने कांवड़ शिविर में सादी वर्दी में आए पुलिसकर्मियों की गतिविधियों को लेकर शिविर संचालकों को आपत्ति थी. शिकायत के आधार पर शिविर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई, लेकिन जांच में कोई भी संदिग्ध गतिविधि सामने नहीं आई. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विवाद के मुख्य कारण की जांच अभी जारी है और जरूरत पड़ने पर विस्तृत जांच की जाएगी.

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