BJP वालों के साथ तस्वीर वायरल हुईं तो गगन यादव कहने लगा ये बात, क्या अहीर रेजिमेंट को बवाल के लिए उकसाया?
इटावा के थाना बकेवर क्षेत्र के गांव दांदरपुर में बीते गुरुवार को भारी बवाल हुआ. गांव में घुसने से रोकने पर 'अहीर रेजीमेंट' और 'यादव महासभा' के लोगों ने पुलिसवालों पर पथराव किया. इस बीच गगन यादव का नाम सुर्खियों मे आ गया.
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इटावा के थाना बकेवर क्षेत्र के गांव दांदरपुर में बीते गुरुवार को भारी बवाल हुआ. गांव में घुसने से रोकने पर 'अहीर रेजीमेंट' और 'यादव महासभा' के लोगों ने पुलिसवालों पर पथराव किया. इस बीच गगन यादव का नाम सुर्खियों मे आ गया. आरोप है कि गगन यादव के कहने पर ही अहीर रेजीमेंट ने दांदरपुर गांव में तांडव मचाया था. मेरठ के रहने वाले गगन यादव की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं जिसमें वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ नजर आ रहे हैं. वहीं कुछ तस्वीरें ऐसी भी हैं जिसमें वह बीजेपी दफ्तर के बाहर नजर आ रहे हैं. ऐसे में बीजेपी नेता और समर्थक गगन यादव को सपाई बता रहे हैं. वहीं सपा के लोग गगन यादव को बीजेपी का नेता बता रहे हैं. इस बीच गगन यादव का रिएक्शन सामने आया है जिसमें उन्होंने खुद को समाजवादी विचारधारा से प्रभावित बताया है.
एक्स पर क्या लिखा
गगन यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा 'अगर मेरी पुरानी तस्वीरों से आपको यह लगता है की मैं किसी विशेष दल से संबंध रखता हूँ तो ऐसी कई तस्वीरे मैं आपको प्रत्येक दल के साथ दिखा सकता हूँ. सच बताऊँ तो पहले कभी तस्वीरें खिचवाते वक्त इतना नहीं सोचा था की इसका प्रभाव भविष्य में एजेंट का दर्जा भी दिलवा सकता है क्योकी उद्देश्य ही नहीं था कभी राजनीति का हिस्सा बनने का. लेकिन कोई बात नहीं साथियों मैं ऐसी तमाम चुनौतियों का सामना करने के लिए अब तैयार हूँ.'
इसके साथ ही गगन यादव ने कुछ सवालों को जवाब भी दिया है. इसमें उन्होंने बताया कि उनके पास किसी भी राजनीतिक दल की सदस्यता नहीं है. उन्होंने बताया कि वो आई.आर.ओ संगठन के सदस्य हैं. इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि वह समाजवादी विचारधारा से प्रभावित हैं. अपनी व्यक्तिगत विचारधारा को लेकर उन्होंने बताया कि 'रोते हुए के आँसू पोछना, बेज़ुबान को आवाज़ देना और कमजोर को ताक़त प्रदान करना' यही उनकी व्यक्तिगत विचारधारा है.
कौन हैं गगन यादव?
गगन यादव इंडियन रिफोर्मेर्स नामक संस्था का फाउंडर और प्रेजिडेंट है. यह वही संस्था है जो भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग करती है. गगन यादव ने अपने फेसबुक के बायो में लिखा है कि वह युवा नेता है जिसकी विचारधारा समाजवादी है. इसके पहले वो लोकसभा चुनाव के दौरान खूब चर्चा में आया था. जब उसने मैनपुरी लोकसभा चुनाव प्रचार के साथ जय श्रीराम को लेकर विवादित बयान था जिस पर बीजेपी ने गगन यादव को जमकर घेरा था और उन्हें सपाई बताया था. गगन यादव पर मुलायम सिंह यादव के अपमान का आरोप भी लगे थे.इसपर एक लंबा चौड़ा पोस्ट कर गगन ने नेता जी मुलायम सिंह यादव को अपना आदर्श बताया था और आरोपों को अपने खिलाफ साजिश बताया था.
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क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि पिछले दिनों यहां यादव कथा वाचक और उसके सहयोगी के साथ मारपीट की गई थी. चोटी भी काट दी गई थी. आरोप ब्राह्मण समाज के लोगों पर लगा था. आरोप था कि यादव कथा वाचक होने पर ये अमानवीय व्यवहार किया गया था. पुलिस ने इस मामले में 4 युवकों को गिरफ्तार किया है. दूसरी तरफ अब कथा वाचक और उनके सहयोगी के खिलाफ भी फर्जी आधार कार्ड और धोखेबाजी का केस दर्ज गांव के रहने वाले रेनू तिवारी के परिवार द्वारा दर्ज किया गया है.
रेनू तिवारी ने लगाए थे ये आरोप
बता दें कि इससे पहले परीक्षित महिला रेनू तिवारी ने कथा वाचक और सहयोगी के खिलाफ छेड़खानी का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि जब वह कथावाचक और उनके सहयोगी को पहले दिन का भोजन करवा रही थीं, उस समय कथा वाचक ने उनकी उंगली पकड़ी और उनके साथ बदतमीजी करने की कोशिश की और छेड़खानी की.
अब परीक्षित परिवार का आरोप है कि कथा वाचकों ने अपनी असल पहचान छिपा उन्हें धोखे में रखा और उनके साथ फर्जीवाड़ा किया. दोनों ने अपने आधार कार्ड में नाम और जाति बदली और उनकी आस्था को ठेस पहुंचाई. पुलिस ने कथा वाचक और उनके सहयोगी के खिलाफ फर्जी आधार कार्ड, धोखाधड़ी के मामले में ही केस दर्ज किया है.
बता दें कि यादव कथा वाचकों के साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भेज दिया है. अब पुलिस ने कथा वाचक और उसके सहयोगी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है.