बस्ती में 17 दिन पहले दफनाया गया था 18 साल का प्रद्युम्न गुप्ता, मां की पुकार पर अब निकाला गया शव! पर क्यों?
बस्ती में 17 दिन पहले दफनाया गया एक युवक का शव अब निकाला गया है. युवक का नाम प्रद्युम्न गुप्ता है और उसकी उम्र 18 वर्ष थी. युवक की मौत के बाद उसकी मां ने कुछ ऐसे आरोप लगाए हैं, जिसके बाद शव को निकाल इस केस की नए सिरे से जांच की जा रही है.
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Basti viral news: बस्ती में 17 दिन पहले दफनाया गया एक युवक का शव अब निकाला गया है. युवक का नाम प्रद्युम्न गुप्ता है और उसकी उम्र 18 वर्ष थी. युवक की मौत के बाद उसकी मां ने कुछ ऐसे आरोप लगाए हैं, जिसके बाद शव को निकाल इस केस की नए सिरे से जांच की जा रही है. बस्ती के इस पूरे मामले में मां ने अपने देवर पर ही बेटे की हत्या के आरोप लगाए हैं. आइए आपको विस्तार से ये पूरा मामला बताते हैं.
आपको बता दें कि बस्ती में जमीन विवाद के चलते एक चाचा पर अपने भतीजे की हत्या का आरोप लगा है. मामला जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के पुराना डाकखाना मोहल्ले का है, जहां 18 वर्षीय प्रद्युम्न गुप्ता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. परिवार ने इसे महज हादसा नहीं, बल्कि साजिशन हत्या बताया. मां की शिकायत पर डीएम के आदेश से 17 दिन बाद शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
क्या है पूरा मामला?
19 दिसंबर 2024 को प्रद्युम्न गुप्ता को एक गाड़ी ने टक्कर मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इलाज के दौरान 17 जनवरी को उसकी मौत हो गई और परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया. हालांकि, मृतक की मां मीना देवी ने अपने देवर कृष्णानंद गुप्ता पर जानबूझकर गाड़ी से टक्कर मारकर बेटे की हत्या का आरोप लगाया. परिवार के मुताबिक, कृष्णानंद बस्ती सदर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ हत्या समेत कई संगीन मामले दर्ज हैं. परिवार में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, जिसे लेकर कृष्णानंद और प्रद्युम्न के परिवार के बीच अक्सर कहासुनी होती थी.
पुलिस ने पहले नहीं दर्ज किया हत्या का केस
प्रद्युम्न की मां ने पुलिस को हत्या का मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने इसे महज एक दुर्घटना मानकर हत्या की धारा नहीं लगाई. इसके बाद परिवार ने डीआईजी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया. डीएम के आदेश पर पुलिस ने सोमवार को शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस मामले में नगर क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया, 'शव को डीएम के आदेश पर कब्र से निकाला गया और पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद मौत की असली वजह सामने आएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी.'
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परिवार का आरोप, हत्या को दबाना चाहती थी पुलिस
मृतक के पिता और अन्य परिजनों का कहना है कि पुलिस ने शुरू में कृष्णानंद के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने से इनकार कर दिया था. जब परिजन डीआईजी से मिले और दबाव बनाया, तब जाकर मामले को गंभीरता से लिया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह साफ हो सकेगा कि प्रद्युम्न की मौत वास्तव में सड़क दुर्घटना थी या फिर यह हत्या थी. पुलिस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी.