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'जय श्री राम या जय श्री कृष्ण' के सवाल पर अखिलेश बोले- 'जय भीम, जय समाजवाद'... सपा चीफ ने ढूंढ ली BJP के हिंदुत्व की काट?

रजत सिंह

सपा चीफ अखिलेश यादव ने 'जय श्री राम' के जवाब में 'जय भीम जय समाजवाद' का नारा दिया है. नीतीश कुमार के बुर्का विवाद पर अखिलेश ने 'उम्र' का हवाला देते हुए बड़ा बयान दिया है. वहीं, CM योगी ने राम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रिम नेता रामविलास वेदांती को श्रद्धांजलि दी है.

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Akhilesh Yadav
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यूपी Tak के फेमस शो 'आज का यूपी' में उत्तर प्रदेश की तीन बड़ी सियासी और सामाजिक खबरों का आज हम विश्लेषण करेंगे. इनमें समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा धार्मिक नारों के जवाब में 'जय भीम, जय समाजवाद' का नया सियासी नारा देना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम महिला का बुर्का खींचने पर शुरू हुआ राजनीतिक विवाद. इस पर अखिलेश की 'उम्र' वाली टिप्पणी और राम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रिम नेता रामविलास वेदांती के अंतिम दर्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या पहुंचना शामिल है. अखिलेश यादव ने 'जय भीम' को पहले रखकर जहां दलित वोटों को साधने का स्पष्ट संकेत दिया है वहीं नीतीश कुमार के व्यवहार पर टिप्पणी कर उन्होंने विरोधी खेमे पर निशाना साधा है. 

धार्मिक सियासत के जवाब में अखिलेश का नया नारा- 'जय भीम, जय समाजवाद'

सपा चीफ अखिलेश यादव ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में 'जय श्री राम' या 'जय श्री कृष्ण' जैसे धार्मिक नारों से जुड़े सवालों के जवाब में माइक उठाकर 'जय भीम, जय समाजवाद' का नारा दिया. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह एक 'बड़ी गहरी लाइन' है जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया पन्ना खोल रही है. यह अखिलेश की पीडीए (PDA) रणनीति के 'डी' (दलित) को साधने की पूरी तैयारी मानी जा रही है. उन्होंने 'जय भीम' पहले कहकर सामाजिक न्याय और अंबेडकरवादी राजनीति को चुनने का संकेत दिया है. दलित वोट बैंक जो मायावती की बसपा से दूर होता जा रहा है (बसपा के पास अब यूपी में केवल एक विधायक है और दलित वोट शेयर 10% से नीचे आ गया है) उसे एकजुट करने के लिए अखिलेश लगातार अंबेडकरवाद की बात कर रहे हैं. 

नीतीश कुमार के व्यवहार पर अखिलेश ने की उम्र वाली टिप्पणी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम में एक मुस्लिम महिला का बुर्का खींचे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस घटना की आलोचना समाजवादी पार्टी की इकरा हसन जैसे नेताओं ने भी की.  हालांकि इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने एक सधी हुई टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि यह उम्र का असर है और 'बुजुर्ग भी बच्चे हो जाते हैं.' इसलिए उन्हें अपने साथ एक सहयोगी या हेल्पर रखना चाहिए जो उन्हें समय-समय पर समझा सके.

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 राम जन्मभूमि आंदोलन के नेता रामविलास वेदांती को CM योगी की श्रद्धांजलि

दो बार के सांसद, राम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रिम नेताओं में से एक और बाबरी मस्जिद विध्वंस के प्रमुख आरोपियों में शामिल रहे रामविलास वेदांती का निधन हो गया है. रीवा में अंतिम सांस लेने के बाद अयोध्या में उनकी धार्मिक परंपरा के अनुसार जल समाधि दी जा रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके अंतिम दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 'वेदांती जी का पूरा जीवन अयोध्या धाम में रामलला के भव्य मंदिर के निर्माण और अयोध्या धाम के विकास के लिए समर्पित रहा और यह एक संयोग है कि उन्होंने श्री राम की पावन कथा का वाचन करते-करते ही अपनी भौतिक देह से मुक्ति ली है.'

यहां देखें पूरा शो:

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