लेटेस्ट न्यूज़

यूपी में DAP - यूरिया और पोटाश के फिक्स रेट पर सुपर फरमान जारी, खाद को लेकर सख्त ऐलान

यूपी तक

उत्तर प्रदेश में खाद की कालाबाजारी और मिलावट रोकने के लिए सीएम योगी का सख्त ऐलान. फिक्स रेट पर खाद न बेचने पर NSA लगाने की चेतावनी. मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रत्येक जिले की होगी निगरानी.

ADVERTISEMENT

UP Tak
CM Yogi file pic.
social share
google news

उत्तर प्रदेश में किसानों को डीएपी, यूरिया और पोटाश की उपलब्धता सुनिश्चित करने और उनकी कालाबाजारी को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त और दो टूक फरमान जारी किया है. सीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि मिलावटी या नकली खाद बेचने वाले, कालाबाजारी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. ऐसे तत्वों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी.

सीधे सीएम कार्यालय से होगी निगरानी, अधिकारियों पर विजिलेंस की नजर

कृषि और सहकारिता मंत्री की मौजूदगी में हुई उच्चस्तरीय बैठक में सीएम योगी ने खाद वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए कई निर्देश दिए. उन्होंने साफ किया कि खाद वितरण में किसी भी तरह की गड़बड़ी स्वीकार नहीं होगी और मुख्यमंत्री कार्यालय से हर जिले पर सीधी निगरानी रखी जाएगी. सीएम ने फील्ड में तैनात अधिकारियों को भी सख्त लहजे में चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों की गतिविधियों की निरंतर निगरानी की जाएगी. अगर किसी भी स्तर पर मिलीभगत या लापरवाही सामने आती है तो तत्काल खुली विजिलेंस जांच शुरू कराई जाएगी. एक तरह से सीएम योगी ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि किसान को अगर खाद को लेकर कोई भी समस्या हुई तो जवाबदेही तय होगी और दोषी चाहे किसी भी स्तर का हो, कार्रवाई से नहीं बचेगा.

डीएम, एडीएम, एसडीएम को मैदान में उतरने का निर्देश

किसानों को तय सरकारी दरों पर ही खाद मिल सके, इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक अमले को सक्रिय किया गया है. सीएम ने निर्देश दिया है कि जिलाधिकारी (DM), अपर जिलाधिकारी (ADM) और उप जिलाधिकारी (SDM) खुद खाद की दुकानों और समितियों का औचक निरीक्षण अनिवार्य रूप से करें. डीएपी, यूरिया और पोटाश किसानों को केवल तय सरकारी दरों पर ही उपलब्ध कराई जाएगी. ओवर रेटिंग किसी भी दशा में स्वीकार नहीं है. खाद समितियां निर्धारित अवधि के अनुसार अनिवार्य रूप से खुली रहें. इसकी निगरानी की जाए. जहां भी मूल्य में गड़बड़ी या वितरण में अनियमितता पाई जाए, वहां तत्काल जवाबदेही तय की जाएगी. सीएम योगी ने कहा कि खाद का संकट पैदा करने या कृत्रिम अभाव दिखाने की कोशिश करने वालों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है.

यह भी पढ़ें...

प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध

बैठक में मुख्यमंत्री को खाद की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी दी गई. बताया गया कि 16 दिसंबर 2025 तक प्रदेश में उर्वरक का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है. 16 दिसंबर तक कुल 9.57 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 3.77 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 3.67 लाख मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक किसानों के लिए उपलब्ध है. सहकारी क्षेत्र में 3.79 लाख मीट्रिक टन और निजी क्षेत्र में 5.78 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है. डीएपी में सहकारी क्षेत्र में 1.47 लाख मीट्रिक टन और निजी क्षेत्र में 2.30 लाख मीट्रिक टन, एनपीके में सहकारी क्षेत्र में 0.88 लाख मीट्रिक टन और निजी क्षेत्र में 2.79 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है.

अधिकारियों ने यह भी बताया कि रबी फसलों की बुवाई लगभग पूरी हो चुकी है और इस समय गेहूं की फसल में 'टॉप ड्रेसिंग' के लिए यूरिया बांटी जा रही है. हर दिन औसतन 54,249 मीट्रिक टन यूरिया बांटी जा रही है. ये पिछले साल की तुलना में अधिक है. सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि पर्याप्त उपलब्धता के बावजूद किसी भी किसान को खाद के लिए भटकना न पड़े, यही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. कृषि मंत्री और सहकारिता मंत्री को निर्देश दिए गए हैं कि वे रोजाना खाद की उपलब्धता और वितरण की स्थिति की समीक्षा करें.

    follow whatsapp