गतिमान उत्तर प्रदेश : योगी सरकार के बेमिसाल आठ साल किताब लखनऊ में हुई लॉन्च, क्या है इसमें?
लखनऊ में 'गतिमान उत्तर प्रदेश योगी सरकार के बेमिसाल आठ साल' नामक पुस्तक का लोकार्पण किया गया. यह किताब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुए व्यापक विकास और सुशासन की यात्रा को समेटे हुए है.
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उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुए व्यापक बदलावों और प्रदेश की विकास यात्रा को समेटे हुए किताब 'गतिमान उत्तर प्रदेश : योगी सरकार के बेमिसाल आठ साल' का लोकार्पण राजधानी लखनऊ में किया गया. विश्वेश्वरैया सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में राजनीतिक, प्रशासनिक और साहित्य जगत के कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना मुख्य अतिथि के रूप में, जबकि महिला कल्याण, बाल विकास एवं पोषण मंत्री बेबी रानी मौर्य विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहीं. यह पुस्तक कानून-व्यवस्था में सुधार से लेकर प्रदेश में निवेश की क्रांति तक, योगी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को विस्तार से रेखांकित करती है.
संत-राजा के नेतृत्व में मिला सुशासन: सतीश महाना
मुख्य अतिथि सतीश महाना ने इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजादी के बाद देश के वीर सपूतों द्वारा देखे गए सपनों को साकार करने की दिशा में निरंतर काम कर रहे हैं. महाना ने उत्तर प्रदेश के गौरव और इतिहास को मिली नई पहचान का उल्लेख करते हुए कहा कि आज प्रदेश का प्रत्येक नागरिक इस पर गर्व कर सकता है. उन्होंने मुख्यमंत्री को 'संत-राजा' बताते हुए कहा, 'इतिहास में ऐसे संत हुए हैं जो राजा बने और वर्तमान में उत्तर प्रदेश को एक संत-राजा के नेतृत्व में सुशासन प्राप्त हो रहा है.' उन्होंने सीएम योगी के व्यक्तित्व में दया, संस्कृति और संस्कारों के समन्वय की प्रशंसा की. महाना ने जोर देकर कहा कि आज उत्तर प्रदेश निवेश, रोजगार सृजन, औद्योगिक विस्तार और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक मॉडल राज्य के रूप में उभरा है, और यह पुस्तक शासन की पारदर्शिता और जवाबदेही का सशक्त प्रमाण है.
सामाजिक सशक्तिकरण को मिली मजबूती: बेबी रानी मौर्य
विशिष्ट अतिथि बेबी रानी मौर्य ने कहा कि योगी सरकार ने महिलाओं, बच्चों, किसानों, युवाओं और वंचित वर्गों के लिए ठोस नीतियों और योजनाओं के जरिए सामाजिक सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान की है. उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में इन सभी प्रयासों का संतुलित और तथ्यपरक चित्रण किया गया है. मंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रदेश ने जो अभूतपूर्व प्रगति की है, उसकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. निवेश और औद्योगिक विकास को नई दिशा और गति मिली है. मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें कानून-व्यवस्था, ई-गवर्नेंस, बुनियादी ढांचे और निवेश जैसे क्षेत्रों में हुए क्रांतिकारी परिवर्तनों को आंकड़ों के साथ प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है.
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जनमानस तक वास्तविक तस्वीर पहुंचाना उद्देश्य
पुस्तक के लेखक डॉ. शीलवंत सिंह ने अपने लेखन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि इस पुस्तक का मकसद पिछले आठ वर्षों में गतिमान उत्तर प्रदेश की वास्तविक तस्वीर को सरल और सहज भाषा में आम जनमानस तक पहुंचाना है. पुस्तक में कृषि, उद्योग, पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून-व्यवस्था, अवस्थापना विकास (इंफ्रास्ट्रक्चर), उद्यमशीलता और रोजगार के क्षेत्र में किए गए नवाचारी (innovative) प्रयासों का विस्तृत विवरण दिया गया है. युवाओं, महिलाओं और किसानों की बदली हुई दिशा और दशा को भी प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है.
यह पुस्तक पांच खंडों में विभाजित है. इसमें कुल 22 विषयों को शामिल किया गया है. पुस्तक के कुछ प्रमुख आकर्षण नीचे दिए गए हैं -
- महाकुंभ 2025 की तैयारियां
- एक जनपद-एक उत्पाद (ODOP) योजना का प्रभाव
- फिल्म सिटी परियोजना की प्रगति
- प्रदेश को ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य
- अयोध्या और काशी का सांस्कृतिक एवं ढांचागत उत्थान
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