आयुष यादव को मारी गईं थी सीने-जांघ में गोलियां, अब पिता बच्चा यादव और बहन प्राची ने ये बता सीएम योगी से कर दी बड़ी मांग
UP News: बीते शनिवार बलिया में आयुष यादव नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी. उसे उसके घर के सामने ही गोलियां मारी गई थी. पीड़ित परिवार ने मामले में नामजद आरोपियों के खिलाफ भी केस दर्ज करवाया था. अब इस मामले में पीड़ित परिवार ने सामने आकर अपनी बात रखी है.
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UP News: उत्तर प्रदेश के बलिया जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूर बेल्थरा रोड पर पिछले शनिवार 25 साल के आयुष यादव की उसके घर के बाहर ही गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. आयुष के सीने और जांघ में उस समय गोली मारी गई थी, जिस समय वह घर के बाहर टहल रहा था. अचानक बाइक सवार 3 युवकों ने आयुष पर गोलियां चला दी थीं. बता दें कि इस मामले में पीड़ित परिवार की तरफ से कुछ युवकों के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया गया था. इस कांड ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया था. बता दें कि अभी तक आयुष हत्याकांड को लेकर कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
UP TAK आयुष यादव के घर गया और वहां उसके पिता बच्चा यादव और उसकी छोटी बहन से बात की. आयुष के पिता ने अब उसके हत्याकांड की पूरी कहानी बताई है. इसी के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार से भी मांग की है.
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आयुष के पिता ने ये कहा
आयुष के पिता ने बताया, घटना वाली शाम वह बाहर से घर आए थे. अचानक गेट के बाहर तेज आवाज आई. आयुष की चीखने की आवाज आई. वह बोला कि गोली लग गई. मैंने अपनी बेटी से कहा कि फौरन दरवाजा खोलो. बाहर कुछ हुआ है. आयुष के 3 गोली मारी गई थी. 2 गोली उसके सीने में लगी थी तो 1 गोली जांघ में लगी थी. मैं उसे लेकर वाराणसी गया. मगर रात 1 बजे के आस-पास उसकी मौत हो गई.
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आयुष के पिता का कहना है कि आयुष पहले इन्हीं ही युवकों के साथ रहता था, जिन लोगों ने घटना को अंजाम दिया है. आयुष को इसलिए मार दिया गया, क्योंकि उसने अपना रास्ता बदल लिया था. वह काम-कारोबार में आ गया था. पिता ने सीएम योगी से अपील की है कि सीएम योगी आदित्यनाथ आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने का आदेश दें. पिता का कहना है कि उनका बेटा आयुष गलत नहीं था. उसको पहले 2 से 3 विवादों में आरोपी युवकों ने जबरन शामिल किया था. जब उन्हें लगा कि उनका बेटा गलत लोगों के साथ रह रहा है तो उन्होंने बेटे को संभाल लिया था और उसे कारोबार में लगा दिया था. पिता का ये भी कहना है कि पुलिस प्रशासन लगातार उनके संपर्क में हैं और वह मामले की अच्छे से जांच कर रहा है.
आयुष की छोटी बहन प्राची का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई होनी चाहिए. आरोपियों का एनकाउंटर होना चाहिए. जैसे मेरे भाई आयुष के साथ किया गया, ऐसे ही पुलिस को हत्यारों के साथ करना चाहिए. प्राची का कहना है कि अगर हत्यारों के घर बुलडोजर चलवाया जाएगा तो सारे भागे हुए हत्यारे सामने आ जाएंगे.
किन-किन पर दर्ज हुआ हत्या का केस?
बता दें कि आयुष के परिवार ने हत्या का आरोप रोबिन सिंह, पवन सिंह, रोहित और राज पर लगाया है. पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. आपको बता दें कि मृतक आयुष यादव के खिलाफ भी 5 आपराधिक केस दर्ज थे.











