अवैध तंत्र क्रियाएं! संभल में वक्फ से जुड़ी एक प्रॉपर्टी की जांच करने पहुंची SDM निधि पटेल ने क्या-क्या देखा और बताया?
UP News: उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित 300 साल पुरानी मजार को लेकर विवाद हो गया है. शिकायत है कि वक्फ की जमीन पर कब्जा करके कुछ लोग यहां से करोड़ों कमा रहे हैं. मगर जांच में ये संपत्ति वक्फ में दर्ज नहीं पाई गई है. इसी बीच एसडीएम निधि पटेल ने जब मौके का दौरा किया तो अलग कहानी सामने आई है.
ADVERTISEMENT

UP News: यूपी के संभल जिले में वक्फ की जमीन पर बनी जनेटा शरीफ दरगाह पर लगने वाले मेले के नाम पर अवैध वसूली और पैसों के गबन का आरोप लगाते हुए हुए मुस्लिम समुदाय के ही एक शख्स ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर और संभल के डीएम को पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता मोहम्मद जावेद का आरोप था कि शाहिद मियां नाम के शख्स के द्वारा खुद को दरगाह का मुतवल्ली बताकर दरगाह पर आने वाले चंदे का 5 सालों से गबन किया जा रहा है. वहीं शिकायतकर्ता का आरोप है कि इसी व्यक्ति के द्वारा बिना अनुमति के वक्फ की सम्पत्ति पर अवैध निर्माण किया जा रहा है.
अब जब तहसीलदार ने मामले की जांच की तो सामने आया कि ये संपत्ति वक्फ में दर्ज नहीं है. माना जा रहा है कि इस जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है. इसी बीच एसडीएम निधि पटेल कई अधिकारियों को लेकर मौके पर गईं और मामले की जांच की. इस दौरान अवैध तंत्र कियाओं की बात भी सामने आई.
मजार पर जाकर क्या-क्या पता चला?
संभल के जनेटा में 300 साल पुरानी मजार की जांच के लिए एसडीएम निधि पटेल राजस्व विभाग की टीम को लेकर पहुंचीं. इस दौरान संपत्ति की जांच की गई. बता दें कि राजस्व विभाग के 15 लेखपाल और 6 कानूनगो की टीम संपत्ति की जांच कर रही है.
यह भी पढ़ें...
अब सामने आया है कि मजार में झाड़ फूंक की जाती है. इसके लिए पीड़ितों से मोटे पैसे वसूल किए जाते थे. यहां रूहानी इलाज का दावा किया जाता था और झाड़ फूंक के जरिए इलाज भी किया जाता था. इस तरह से जमीन पर कब्जा करने वाले आरोपी मोटा पैसा यहां से कमा रहे थे. जांच में सामने आया है कि यहां अवैध तरीके से अस्पताल भी चलाया जा रहा था, जहां मरीजों को दवाई दी जाती थी. अधिकारियों को पता चला है कि यहां झाड़ फूंका का मोटा धंधा होता है और इसके सहारे से मोटी कमाई की जाती है.
SDM निधि पटेल और तहसीलदार धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि यहां रूहानी इलाज और अबैध कब्जे की शिकायत पर आए थे. इस संपत्ति की जांच की जा रही है.