स्कूल मर्जर के नाम पर बच्चों के रोने का फेक वीडियो बनवाया! प्रिंसिपल कुसुमलता पांडे सस्पेंड, कौन हैं ये?

अमितेश त्रिपाठी

UP News: महराजगंज से एक वीडियो सामने आया था. वीडियो में प्राथमिक विद्यालय के बच्चे रोते हुए दिखाई दे रहे थे. बताया जा रहा था कि इस स्कूल का मर्जन हुआ है. अब इस वीडियो की पूरी सच्चाई सामने आ गई है और प्रिंसिपल कुसुमलता पांडे भी नप गईं हैं.

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UP News: यूपी में इस समय प्राथमिक विद्यालयों के मर्जन का मामला लगातार बना हुआ है. इसी बीच उत्तर प्रदेश के महराजगंज से एक वीडियो सामने आया था. वीडियो में प्राथमिक विद्यालय के बच्चे रोते हुए दिखाई दे रहे थे. वीडियो में बच्चे स्कूल गेट के बाहर शिक्षिका से लिपटकर रो रहे थे और कह रहे थे कि मैम,प्लीज़ गेट खोल दीजिए, हमें यहीं पढ़ना है. 

बता दें कि अब इस वीडियो की पूरी सच्चाई सामने आ गई है और इस प्राथमिक स्कूल की प्रिंसिपल कुसुमलता पांडे के खिलाफ भी एक्शन हो गया है.

जानिए ये पूरा मामला और कौन हैं प्रिंसिपल कुसुमलता पांडे?

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में सोची समझी साजिश के तहत वीडियो वायरल करने के आरोप में जिला प्रशासन ने प्राथमिक विद्यालय रुद्रपुर भलुही में तैनात प्रिंसिपल कुशुमलता पांडेय को निलंबित कर दिया. 

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दरअसल सोमवार के दिन परतावल क्षेत्र के रुद्रपुर भलुही स्थित प्राथमिक विद्यालय के बाहर मासूम बच्चो के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. 

वायरल वीडियो में बच्चे स्कूल गेट के बाहर शिक्षिका से लिपटकर रोते हुए नजर आ रहे थे. वीडियो में बच्चे बार-बार यह कहते हुए दिखाई दे रहे थे कि मैम,प्लीज़ गेट खोल दीजिए, हमें यहीं पढ़ना है. 

डीएम ने दिए थे जांच के आदेश

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी संतोष शर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय से तत्काल मामले की जांच करने के आदेश दिए थे. 

जांच में ये बात सामने आई कि ये पूरी वीडियो योजना के तहत बनवाई गई थी. विद्यालय की प्रिंसिंपल के द्वारा बच्चों को बरगलाया गया था और फिर उनके रोने पर ये वीडियो रिकॉर्ड की गई थी. जांच में सामने आया कि इस वीडियो के माध्यम से प्रशासन की छवि खराब करने की साजिश थी. जिस दिन की वीडियो हैं, उस दिन विधायल समय से खोला ही नहीं गया था. जांच के बाद विद्यालय की प्रिंसिपल कुसुमलता पांडेय को निलंबित कर दिया गया है.

बीएसए के जांच में मिली ये कमियां

बीएसए की जांच में वायरल वीडियो पूरी तरह प्रायोजित पाया गया है. गांव के मुखिया और अन्य ग्रामीणों द्वारा भी प्रिंसिपल की कार्यशैली को लेकर गंभीर शिकायतें की गईं हैं. जांच में पाया गया की प्रिंसिपल ने विद्यालय में छात्र नामांकन को लेकर भी अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है. 

डीएम ने ये कहा

वीडियो वायरल को लेकर जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा, प्राथमिक जांच में वीडियो प्रायोजित पाया गया है. मर्जन नीति के तहत प्राथमिक विद्यालय भलुही शामिल नहीं है. पूर्व की भांति विद्यालय में पठन-पाठन चल रहा है. 

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