आकाश आनंद ने की मायावती से उन्हें BSP में वापस लेने की मांग, साथ ही अपने ससुराल वालों को लेकर कही ये बड़ी बात

Akash Anand News: बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने पार्टी से निष्कासन के बाद माफी मांगते हुए उन्हें राजनीतिक गुरु बताया. आकाश ने कहा कि अब वह पार्टी और बहनजी के सम्मान को आघात नहीं पहुंचाएंगे और सभी संबंधों को पार्टी हित से ऊपर नहीं रखेंगे.

मायावती और आकाश आनंद (फाइल फोटो)

हर्ष वर्धन

• 07:01 PM • 13 Apr 2025

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Akash Anand News: उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों से एक बड़ी खबर सामने आई है. आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) चीफ मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने बड़ा बयान दिया है. आकाश आनंद ने अपनी बुआ मायावती से माफी मांगी है और उनसे अपील की है कि उन्हें वापस पार्टी में ले लिया जाए. साथ ही आकाश आनंद ने कहा है कि वह प्रण लेते हैं कि बहुजन समाज पार्टी के हित के लिए वह अपने रिश्ते-नातों को और खासकर ससुराल वालों को बाधा नहीं बनने देंगे. इसके अलावा आकाश आनंद ने कहा है कि वह अब आगे ऐसी कोई भी गलती नहीं करेंगे, जिससे पार्टी और मायावती के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान को ठेस पहुंचे.

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जानें आकाश आनंद ने क्या-क्या कहा?

X पर पोस्ट करते हुए आकाश आनंद ने कहा, "बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, यूपी की चार बार रही मुख्यमंत्री एवं लोकसभा व राज्यसभा की भी कई बार रही सांसद आदरणीया बहन कु. मायावती जी को मैं अपना दिल से एकमात्र राजनीतिक गुरू व आदर्श मानता हूं.  आज मैं यह प्रण लेता हूं कि बहुजन समाज पार्टी के हित के लिए मैं अपने रिश्ते-नातों को व खासकर अपने ससुराल वालों को कतई भी बाधा नहीं बनने दूंगा."

उन्होंने कहा, "यही नहीं बल्कि कुछ दिनों पहले किए गए अपने ट्ववीट के लिए भी माफी मांगता हूं जिसकी वजह से आदरणीया बहन जी ने मुझे पार्टी से निकाल दिया है. और आगे से इस बात को सुनिश्चित करूंगा कि मैं अपने किसी भी राजनीतिक फैसले के लिए किसी भी नाते रिश्तेदार और सलाहकार की कोई सलाह मशविरा नहीं लूंगा."

बकौल आकाश आनंद, "...और सिर्फ आदरणीय बहन जी के दिए गए दिशा-निर्देशों का ही पालन करूंगा. तथा पार्टी में अपने से बड़ों की व पुराने लोगों की भी पूरी इज्जत करूंगा और उनके अनुभवों से भी काफी कुछ सीखूंगा."

आकाश आनंद ने आखिर में कहा, "आदरणीया बहन जी से अपील है कि वे मेरी सभी गलतियों को माफ करके मुझे पुन: पार्टी में कार्य करने का मौका दिया जाए, इसके लिए मैं सदैव उनका आभारी रहूंगा. साथ ही अब मैं आगे ऐसी कोई भी गलती नहीं करूंगा, जिससे पार्टी व आदरणीया बहन जी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान को ठेस पहुंचे."

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मायावती ने आकाश को पार्टी से क्यों निकाला था?

गौरतलब है कि बीते दिनों यूपी की राजनीति में तब भूचाल आया था जब मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी से निष्काषित कर दिया था. मायावती ने तब आकाश आनंद को पार्टी से निकालते वक्त कहा था कि वह अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में हैं. मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी से निकालने से पहले बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद से मुक्त किया था. पद से हटने के बाद आकाश ने X पर एक पोस्ट किया, जिससे मायावती और नाराज हुईं. यही आकाश आनंद के निष्काषित होने की वजह बनी. 

मायावती ने तब कहा था, "आकाश ने जो अपनी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है. वह उसके पछतावे व राजनीतिक परिपक्वता का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-जिम्मेदाराना बयान है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ उन्हें दण्डित भी करती रही हूं...आकाश आनंद को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व आंदोलन के हित में पार्टी से निष्कासित किया जाता है."

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