आधा सच बताने की बीमारी से ग्रस्त हैं सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव...यूपी के डिप्टी CM केशव मौर्य ने ऐसा क्यों कहा?
UP News: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि वह 'आधा सच' बोलने की बीमारी से पीड़ित हैं. साथ ही 1995 के गेस्टहाउस कांड की याद दिलाई.
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UP News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर 'आधा सच बोलने की बीमारी से ग्रस्त' होने का आरोप लगाया. मौर्य की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव के उस बयान के एक दिन बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि इटावा के मतदाताओं ने ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम को लोकसभा भेजा था.
मौर्य ने रविवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,“आधा सच बताने की बीमारी से ग्रस्त हैं सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव.” उन्होंने कहा कि सच यह है कि 1991 के लोकसभा चुनाव में सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अगर इटावा में कांशीराम की मदद की थी तो कांशीराम ने भी जसवंतनगर से बसपा का उम्मीदवार न उतार कर मुलायम सिंह यादव को जिताने में मदद की थी.
मौर्य ने इसी पोस्ट में दावा किया, "लेकिन इससे बड़ा सपा का काला सच यह है कि दो जून, 1995 को सपा के गुंडों ने लखनऊ के स्टेट गेस्टहाउस में दलितों की सबसे बड़ी नेता बहन सुश्री मायावती की आबरू लूटने और उनकी हत्या की कोशिश की थी." उन्होंने कहा, “लेकिन दलितों के सम्मान में सदा समर्पित भाजपा ने “सपाई गुंडों को छठी का दूध याद दिलाकर उसके मंसूबों को विफल कर बहन जी की लाज और जीवन दोनों को बचाया था.”
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मौर्य ने दावा किया कि ऐसे ही अपने “गुंडों की फौज” पर अखिलेश आज भी इतराते हैं और सपा पिछड़ों दलितों वंचितों की असल दुश्मन है.