उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों के आर्थिक साम्राज्य पर पुलिस की कार्रवाई अगले 2 सालों में और तेज होगी. यूपी पुलिस ने अगले 2 साल में माफियाओं की 12 सौ करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त करने का टारगेट रखा है. बता दें कि बीते 5 सालों में यूपी पुलिस 2000 करोड़ रुपये से अधिक की माफियाओं और अपराधियों की अवैध संपत्ति पर कार्रवाई कर चुकी है.
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गैंगस्टर एक्ट के तहत अपराधियों और माफियाओं की काली कमाई पर कार्रवाई करने में जुटी उत्तर प्रदेश पुलिस अब अगले 2 सालों में माफियाओं के आर्थिक साम्राज्य को पूरी तरह ध्वस्त करने में जुटेगी. यूपी पुलिस ने 2 साल में गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत माफियाओं की 12 सौ करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों को जब्त करने का लक्ष्य रखा है.
हाल ही में मुख्यमंत्री के सामने दी गई प्रेजेंटेशन में यूपी पुलिस ने अपने इस नए टारगेट को बताया है. बता दें कि 2017 में यूपी में योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश के टॉप 25 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का अभियान चलाया गया था. अब इसका दायरा बढ़ाकर प्रदेश के टॉप 50 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का लक्ष्य रखा गया है. माफियाओं के खिलाफ होने वाली कार्रवाई की शासन स्तर पर हर हफ्ते समीक्षा की जाएगी. साथ ही इन माफियाओं के खिलाफ कोर्ट में चल रहे लंबित मामलों में भी सजा कराने का लक्ष्य रखा गया है.
अन्य विभागों की तरह यूपी पुलिस ने भी अगले 100 दिन का लक्ष्य निर्धारित करते हुए शराब माफिया, पशु तस्कर, वन माफिया, खनन माफिया, शिक्षा माफिया आदि को चिह्नित कर 500 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त करने का लक्ष्य रखा है. वहीं, अगले 6 महीने में यह लक्ष्य बढ़कर 800 रुपये करोड़ होगा.
बता दें कि 2017 में बीजेपी सरकार बनने के बाद ही मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, खान मुबारक, अनिल दुजाना जैसे माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर 2081 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की गई.
इनमें मुख्तार, अतीक जैसों के गैंग मेंबर पर भी कार्रवाई की गई. 700 से अधिक सदस्य और सहयोगियों पर 286 मामले दर्ज किए गए. 327 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. 102 पर गुंडा एक्ट लगा. 286 पर गैंगस्टर एक्ट लगा और 7 लोगों पर एनएसए तक लगाया गया.
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