देवरिया मेडिकल कॉलेज की पानी टंकी में सड़ रहा था शव, इस हाल में मिली बॉडी किसकी है?
उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल पर बनी सीमेंटेड पानी की टंकी के अंदर एक सड़ी-गली लाश मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. फिलहाल शव की पहचान नहीं हो सकी है और पुलिस भी इस दिशा में जांच कर रही है कि आखिर वह शव पानी की टंकी तक कैसे पहुंचा.
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उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल पर बनी सीमेंटेड पानी की टंकी के अंदर एक सड़ी-गली लाश मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. इस गंभीर लापरवाही और जन स्वास्थ्य के खतरे को देखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजेश कुमार बरनवाल को हटा दिया गया है. फिलहाल शव की पहचान नहीं हो सकी है और पुलिस भी इस दिशा में जांच कर रही है कि आखिर वह शव पानी की टंकी तक कैसे पहुंचा.
टंकी की पानी से लगातार आ रही थी बदबू
यह सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब कॉलेज की ओपीडी और वार्डों में आपूर्ति किए जा रहे पानी से लगातार दुर्गंध आने की शिकायतें मिलीं. सफाई कर्मियों ने जब बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर स्थित सीमेंटेड टंकी की जांच की तो उसमें एक सड़ा हुआ शव मिला. पुलिस की मौजूदगी में कई घंटों की मशक्कत के बाद देर रात शव को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. शव इतनी बुरी तरीके से सड़ चुका था कि अभी तक उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है.
पांचवी मंजिल पर नहीं लगा था ताला
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पाया कि पांचवी मंजिल पर ताला लगा होना चाहिए था. लेकिन वह खुला रहता था. मंगलवार की रात अपर मुख्य सचिव चिकित्सा (शिक्षा विभाग) अमित कुमार घोष द्वारा एक आदेश जारी किया गया जिसमें इस घटना को जन स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया गया. डीएम ने जब इस बारे में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर राजेश कुमार बरनवाल से सवाल किया तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. डीएम और प्रिंसिपल के बीच की बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया.
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इसके बाद डीएम ने तत्काल पानी की टंकी को सील करवा दिया और अस्पताल में वैकल्पिक पानी की व्यवस्था के लिए टैंकर लगाए गए. साथ ही, सीडीओ की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच समिति गठित कर दो दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजेश कुमार बरनवाल को पद से हटाकर कार्यालय महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण, लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है. उनकी जगह एटा मेडिकल कॉलेज के एनाटमी विभाग की आचार्य व विभागाध्यक्ष डॉ. रजनी को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, देवरिया का कार्यवाहक प्रिंसिपल नियुक्त किया गया है. मामले की जांच के लिए देवरिया के डीएम को जांच अधिकारी नामित किया गया है जबकि सीडीओ की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय टीम भी गठित की गई है जिससे दो दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है.
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