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बागपत का संदीप करने गया था तीसरी शादी मगर हो गया लापता! पत्नी गीता का सनसनीखेज दावा

मनुदेव उपाध्याय

बागपत में गीता चौधरी नाम की एक महिला ने अपने पति संदीप पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. गीता ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने शादीशुदा होते हुए भी बिना बताए उनसे शादी की. फिर तीसरी शादी की फिराक में वह घर से बाहर चला गया.

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Baghpat News
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उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां गीता चौधरी नाम की एक महिला ने अपने पति संदीप और ससुरालवालों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. गीता चौधरी ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने शादीशुदा होते हुए भी बिना बताए उनसे शादी की. फिर तीसरी शादी की फिराक में वह घर से बाहर चला गया. लेकिन वह अचानक गायब हो गया. साथ ही महिला ने अपनी बेटी के बर्थ सर्फिकेट में पिता संदीप की जगह किसी और का नाम लिखवाने का भी आरोप लगाया है. फिलहाल गीता चौधरी अपने साथ हुए धोखे और अपनी बेटी के भविष्य के लिए इंसाफ मांग रही हैं. वहीं मामला कोर्ट में होने के कारण पुलिस चुप्पी साधे हुए है.

क्या है मामला?

पीड़ित महिला गीता चौधरी के अनुसार, उनकी शादी 30 नवंबर 2021 को बागपत के मवीकलां गांव के संदीप से हुई थी. गीता का आरोप है कि शादी के समय संदीप ने खुद को अविवाहित बताया था. लेकिन शादी के कुछ समय बाद गीता को पता चला कि संदीप की पहले भी शादी के बाद तलाक भी हो चुका था. इस बड़े धोखे से दोनों के रिश्तों में दूरियां आ गईं और विवाद बढ़ने के बाद गीता अपने मायके चली गईं. इस बीच उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया.

तीसरी शादी की तलाश में पति लापता

मगर हालात तब और खराब हो गए जब 5 दिसम्बर 2023 को उसका पति संदीप लापता हो गया. गीता ने पुलिस को दिए अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि संदीप तीसरी शादी करने के लिए घर से गया था. लेकिन वह तब से वापस नहीं लौटा है. संदीप की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई है. लेकिन गीता को अब तक उसके पति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है.

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बेटी के जन्म प्रमाण पत्र में नाम बदला

पीड़िता गीता चौधरी ने अपने ससुराल पक्ष पर और भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका दावा है कि ससुराल वालों ने न सिर्फ उन्हें घर से निकाल दिया. साथ ही उनकी नवजात बेटी के जन्म प्रमाण पत्र में भी बड़ा बदलाव करवाया है. गीता का कहना है कि उनकी बेटी के जन्म प्रमाण पत्र में पिता संदीप का नाम हटाकर उसके ही रिश्तेदार अविश पंवार का नाम लिखवा दिया गया है. जबकि मां के रूप में गीता चौधरी का नाम दर्ज है. गीता का आरोप है कि यह सब उनके ससुराल पक्ष द्वारा उनकी बेटी के अधिकारों को खत्म करने के लिए किया गया.

पीड़िता गीता चौधरी ने क्या कहा

गीता चौधरी ने कहा कि 'मेरी बेटी के बर्थ सर्टिफिकेट में उसके पिता का नाम बदल दिया गया है. मुझे अविवाहित बताकर शादी कराई गई. मेरा पति लापता है. पुलिस कोई मदद नहीं कर रही है.' पीड़ित महिला गीता चौधरी ने इन सभी आरोपों की शिकायत सबूतों समेत पुलिस को दी है और हाल ही में महिला समाधान दिवस में भी पेश होकर अपनी आपबीती भी सुनाई है. लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली है.

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