कानपुर ब्लास्ट केस: चोरी की स्कूटी लाने वाले अब्दुल मुतालिब की हो गई मौत, अब तो मामला फंस गया!
कानपुर में 8 अक्टूबर को हुए मूलगंज विस्फोट कांड का अभी खुलासा भी नहीं हुआ था कि इसमें एक नया ट्विस्ट सामने आ गया है. इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए अब्दुल मुतालिब की इलाज के दौरान मौत हो गई.
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कानपुर में 8 अक्टूबर को हुए मूलगंज विस्फोट कांड का अभी खुलासा भी नहीं हुआ था कि इसमें एक नया ट्विस्ट सामने आ गया है. इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए अब्दुल मुतालिब की इलाज के दौरान मौत हो गई. मुतालिब पर घटनास्थल पर चोरी की स्कूटी चलाकर लाने का आरोप था. लेकिन उसकी मौत के साथ ही इस स्कूटी के विस्फोट कांड में इस्तेमाल होने का राज अब शायद हमेशा के लिए दफन हो गया है. पुलिस ने खिलौने की दुकान के मालिक अब्दुल बिलाल पर बिना लाइसेंस अवैध पटाखे रखने का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था.
विस्फोट स्थल पर चोरी की स्कूटी लाने का था राज
मूलगंज के वेस्टर्न रोड पर हुए विस्फोट में अब्दुल मुतालिब गंभीर रूप से घायल हुआ था और उसे कानपुर से लखनऊ रेफर किया गया था. लेकिन मंगलवार को अब्दुल मुतालिब की इलाज के दौरान मौत हो गई. बता दें कि जिस दुकान के सामने यह विस्फोट हुआ था वहां दो स्कूटियां क्षतिग्रस्त हुई थीं. इनमें से एक स्कूटी अब्दुल मुतालिब खुद चलाकर लाया था जो बाद में 2 साल पहले चोरी हुई साबित हुई. पुलिस इस बात की जांच करना चाहती थी कि चोरी की स्कूटी मौके पर क्यों लाई गई थी और इसका विस्फोट कांड में क्या उपयोग था.
नए सिरे से होगी जांच
एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा ने कहा कि अब्दुल मुतालिब की मौत हो गई है. पुलिस मुतालिब से पूछताछ कर स्कूटी के प्रयोग का राज खोलना चाहती थी.लेकिन अब यह संभव नहीं होगा. इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी अब्दुल बिलाल ने पुलिस को बताया था कि उसे चोरी की स्कूटी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और उसके भाई अब्दुल मुतालिबने उसे बताया था कि उसने स्कूटी खरीदी है.पुलिस का कहना है कि अब चोरी की स्कूटी और विस्फोट कांड में उसके उपयोग के मामले की जांच नए सिरे से की जाएगी. हालांकि स्कूटी चलाने वाले व्यक्ति की मौत के बाद इस राज का पता लगाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. बता दें कि इस विस्फोट कांड में कुल आठ लोग घायल हुए थे.