नेशनल स्कूल गेम कुश्ती के विजेताओं से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ और किया ये ऐलान
गोरखपुर में राष्ट्रीय विद्यालयीय कुश्ती प्रतियोगिता का समापन. CM योगी ने मेडल विजेताओं को ₹75,000 तक नकद राशि से नवाजा. स्पोर्ट्स कॉलेज भत्ता ₹375, हर मंडल पर स्पोर्ट्स कॉलेज और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने का बड़ा ऐलान.
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उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में 69वीं राष्ट्रीय विद्यालयीय कुश्ती (ग्रीको रोमन) प्रतियोगिता (अंडर-17 एवं 19 वर्ष आयु वर्ग) के समापन और पुरस्कार वितरण समारोह में हिस्सा लिया. वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार की कई बड़ी घोषणाएं कीं. सीएम योगी ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार अभ्यास, निरन्तर सीख, अनुशासित जीवन, चुनौतियों को अवसर में बदलने की क्षमता खिलाड़ी को महान बनाती है और नई ऊर्जा प्रदान करती है.
मेडल विजेताओं को नकद राशि से पुरस्कृत किया गया
गोरखपुर में 30 नवंबर से शुरू हुई इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रदेशों की 23 टीमों के 393 खिलाड़ियों और 81 कोच/मैनेजर ने हिस्सा लिया. सीएम योगी ने ग्रीको रोमन कुश्ती के रोमांचक मुकाबले में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार राशि प्रदान की. स्वर्ण पदक विजेता को 75000 रुपये, रजत पदक विजेता को 50000 और कांस्य पदक विजेता को 30000 रुपये का पुरस्कार मिला. सीएम योगी ने खिलाड़ियों से कहा कि उनकी सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धा स्वयं से होती है और मजबूत आत्मबल से ही जीत हासिल होती है.
2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी शुरू करें: सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने खिलाड़ियों को एक बड़ा लक्ष्य देते हुए कहा कि 2030 में अहमदाबाद कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन की घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ी अभी से उसकी तैयारी शुरू कर दें. उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से देश में खेल की गतिविधियों में नई स्फूर्ति आई है. इसी का परिणाम है कि भारतीय खिलाड़ी आज वैश्विक प्रतियोगिताओं में मेडल जीत रहे हैं.
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यूपी सरकार के खिलाड़ियों के लिए 5 बड़े ऐलान
सीएम योगी ने खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स कॉलेजों और आवासीय क्रीड़ा छात्रावास में प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ियों के भोजन आदि का दैनिक भत्ता बढ़ाकर ₹375 प्रति खिलाड़ी प्रतिदिन कर दिया गया है. आवासीय क्रीड़ा छात्रावासों में उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिए 50 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को 1.50 लाख रुपये प्रतिमाह के मानदेय पर नियुक्त करने की व्यवस्था की गई है.
राज्य सरकार ने तय किया है कि प्रदेश के हर मंडल पर एक स्पोर्ट्स कॉलेज, प्रत्येक जनपद में 1 स्टेडियम और विकास खंड में 1 मिनी स्टेडियम अवश्य होगा. हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के नाम पर मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण किया जा रहा है. इसका पहला सत्र शुरू हो चुका है. प्रदेश सरकार अब हर सरकारी कॉलेज में 1 मिनी स्टेडियम के निर्माण को आगे बढ़ा रही है. शुरुआत में 18 जनपदों के राजकीय विद्यालयों में मिनी स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा है. इसके लिए प्रत्येक कॉलेज को करीब करोड़ रुपये की धनराशि दी जा रही है.
देश के लिए मेडल जीतने वाले 500 से अधिक खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराई है. इसमें डिप्टी एसपी जैसे पद भी शामिल हैं. कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि सरकारी नौकरी करने वाले खिलाड़ी अगर देश के लिए खेलने जाएंगे, तो यह अवधि ड्यूटी का हिस्सा मानी जाएगी. राज्य सरकार द्वारा वृद्ध और अशक्त खिलाड़ियों को मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.
- राज्य स्तर के खिलाड़ी: ₹4,000 प्रतिमाह.
- राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी: ₹6,000 प्रतिमाह.
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी: ₹10,000 प्रतिमाह.
सीएम ने कहा कि सरकार विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ियों को 50 हजार से लेकर 06 करोड़ रुपये तक की प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जाती है. उन्होंने विश्वास जताया कि ये सभी कार्यक्रम स्वस्थ भारत-सशक्त भारत और विकसित भारत की दिशा में उठाए गए कदम हैं.











