UP MLC By-election: उत्तर प्रदेश की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आई है. बता दें कि आगामी यूपी एमलसी उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, सपा की ओर से नामांकन दाखिल करने वालीं प्रत्याशी कीर्ति कोल का परचा निरस्त हो गया है. कीर्ति कोल ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था.
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आपको बता दें कि कोल का पर्चा निरस्त होने की वजह उनकी कम उम्र बताई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार, कीर्ति कोल ने नामांकन पत्र में अपनी उम्र 28 वर्ष बताई थी, जबकि विधान परिषद के लिए न्यूनतम आयु 30 वर्ष होनी चाहिए. इसी कारण उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया है.
कौन हैं कीर्ति कोल?
छानबे विधानसभा से प्रत्याशी रहीं कीर्ति कोल अनुसुचित जनजाति के कोल समाज से आती हैं. इनके पिता भाई लाल कोल दो बार विधायक और एक बार सांसद रहे हैं. कोल समाज के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती थी.
लालगंज के पचोखर गांव की रहने वाली कीर्ति कोल पिता भाई लाल कोल की मौत के बाद पहली बार पंचायत चुनाव में उतरी थीं. पंचायत चुनाव में वह लालगंज से जिला पंचायत सदस्य के तौर पर चुनी गईं. उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी ने मिर्जापुर की छानबे सुरक्षित विधान सभा सीट से अपना उम्मीदवार बना कर कीर्ति कोल को मैदान में उतारा, मगर वह अपना दल(S) के राहुल कोल से हार गईं. अब समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर कीर्ति कोल को एमएलसी चुनाव में उतारा है.
गौरतलब है कि इन दोनों ही सीटों पर 11 अगस्त को वोटिंग होनी है. ध्यान देने वाली बात है कि सपा नेता अहमद हसन और ठाकुर जयवीर सिंह के विधायक बनने के बाद विधान परिषद की ये दोनों सीटें खली हैं. इन्हीं सीटों पर चुनाव होना है.
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