यूपी उपचुनाव : सपा-कांग्रेस में सीट बंटवारे को लेकर फंसा पेच! अजय राय ने फिर कर दी इतनी सीटों की डिमांड

UP By Election 2024 : उत्तर प्रदेश  की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की अब तक तारिखों का एलान नहीं हुआ है लेकिन राजनीतिक पार्टियों में हलचल अभी से तेज है.

Akhilesh Yadav and Rahul Gandhi

यूपी तक

02 Oct 2024 (अपडेटेड: 02 Oct 2024, 07:44 PM)

follow google news

UP By Election 2024 : उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की अब तक तारिखों का एलान नहीं हुआ है लेकिन राजनीतिक पार्टियों में हलचल अभी से तेज है. वहीं उपचुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन  के भीतर सीट बंटवारे को लेकर रस्साकसी तेज हो गई है. सपा और कांग्रेस में सीट बंटवारे को लेकर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बड़ा बयान दिया है. 

यह भी पढ़ें...

इतन सीटों पर लड़ना चाहती है कांग्रेस

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अजय राय ने कहा कि, 'कांग्रेस पार्टी, जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है वहां  बड़े पैमाने पर सम्मेलन आयोजित करने की मुहिम शुरू की है. इन सम्मेलनों का मकसद पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरना और मजबूत संगठन तैयार करना है. ' कांग्रेस नेता ने बताया कि वे हर एक सीट पर सम्मेलन कर रहे हैं और कार्यकर्ता मजबूती से सामने आ रहे हैं. वहीं उपचुनाव में सीट बंटवारे को लेकर अजय राय ने बताया कि, 'यूपी कांग्रेस ने पांच सीटों का प्रस्ताव दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय को भेज दिया है. जो भी निर्णय वहां से आएगा, उसे हम पूरी तरह से स्वीकार करेंगे.'  

उधर समाजवादी पार्टी ने अबतक ने 10 में से 6 सीटों पर प्रभारियों की घोषणा की है. समाजवादी पार्टी की ओर से जारी इस सूची से यह साफ हो गया है कि समाजवादी 10 में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. यूपी में सीटों की दावेदारी के बीच कांग्रेस भी अपने पांव पसारने की कोशिश की है. हालाँकि आधिकारिक तौर पर सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा की ओर से कुछ एलान नहीं किया गया है. 

दिलचस्प हुआ यूपी उपचुनाव

यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस और सपा के बीच सीटों का बंटवारा कैसे होता है और इससे यूपी की राजनीतिक दिशा में क्या बदलाव आते हैं. यूपी में चुनाव हमेशा से ही राजनीति के तापमान को बढ़ाते हैं और इस बार भी कुछ वैसा ही प्रतीत हो रहा है. इस उपचुनाव में अगर कांग्रेस और सपा के बीच तालमेल सही से बैठता है, तो लोकसभा चुनाव की तरह इसमें भी बीजेपी के लिए भी एक कड़ी चुनौती सामने खड़ी हो सकती है.  

    follow whatsapp