उत्तर प्रदेश के मंत्रियों और विधायकों द्वारा राज्य के अधिकारियों पर हमला बोलने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) , जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) के बाद अब सूबे के एक और मंत्री ने अधिकारियों पर तीखा प्रहार किया है. बता दें कि यूपी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने यूपी तक से खास बातचीत में कहा कि ‘कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो अंदर से हाथी-साइकिल हैं, और बाहर से कमल.’ ऐसा माना जा रहा है कि हाथी-साइकिल से निषाद का मतलब बहुजन समाज पार्टी (BSP) और समाजवादी पार्टी (SP) पर है. क्योंकि हाथी BSP का जबकि साइकिल SP का पार्टी सिंबल है.
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निषाद पार्टी के मुखिया ने कहा,
“कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो अंदर से हाथी-साइकिल हैं और बाहर से कमल हैं. वे अधिकारी कहीं न कहीं छुपे पड़े रहते हैं. ऐसे अधिकारियों की वजह से जन प्रतिनिधियों को परेशान होना पड़ता है. अधिकारियों पर जांच हो रही है. हम अपनी सरकार पर प्रश्न चिह्न नहीं खड़ा कर सकते. सीएम योगी मंत्रियों की बात सुनते हैं.”
संजय निषाद
दिनेश खटीक को पत्र क्यों लिखना पड़ा? इस सवाल के जवाब में निषाद ने कहा, “यह उनका निजी मामला है. हम तो हमेशा बैठकों में आते हैं. अभी तो हमारे समाज की अपेक्षा नहीं हुई है, अगर हुई तो देखूंगा क्या करना है.”
खटीक का पत्र हुआ था वायरल
गौरतलब है कि जलशक्ति मंत्री दिनेश खटीक ने दलित होने के चलते विभागीय अधिकारियों द्वारा उनकी अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है. मंत्री ने विभाग में भ्रष्टाचार होने का आरोप भी लगाया है.
खटीक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित एक पत्र में इस्तीफे की पेशकश की है. यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
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