‘जेल में मुस्लिम नेताओं से मिलने क्यों नहीं जाते?’ अखिलेश की रमाकांत से मुलाकात पर मायावती

यूपी तक

• 04:24 AM • 24 Aug 2022

UP News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्‍यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने साल 1998 में बलवा और चक्‍का जाम के एक मामले में गत जुलाई में…

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UP News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्‍यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने साल 1998 में बलवा और चक्‍का जाम के एक मामले में गत जुलाई में जेल भेजे गए फूलपुर पवई क्षेत्र से सपा विधायक रमाकांत यादव (Ramakant Yadav) से हाल ही में आजमगढ़ जेल में मुलाकात की थी. अखिलेश यादव की इसी मुलाकात को लेकर अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती (Mayawati) ने सवाल खड़े किए हैं.

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मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलकर अखिलेश यादव द्वारा सहानुभूति जताने पर हर तरफ तीखी प्रतिक्रिया होना स्वभाविक है और यह आम धारणा को प्रबल करता है कि समाजवादी पार्टी अपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है. वहीं, मायावती ने सवाल करते हुए निशाना साधा है कि अखिलेश यादव आखिर जेल में बंद मुस्लिम नेताओं से मिलने क्यों नहीं जाते हैं?

बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर कहा,

समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख द्वारा आजमगढ़ जेल जाकर वहां कैद पार्टी के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलकर उनसे सहानुभूति व्यक्त करने पर हर तरफ से तीखी प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है जो इस आम धारणा को भी प्रबल करता है कि सपा इन्हीं प्रकार के आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है.

मायावती

मायावती ने आगे कहा, “साथ ही, विभिन्न संगठनों व आम लोगों द्वारा भी सपा प्रमुख से यह सवाल पूछना क्या अनुचित है कि वे मुस्लिम नेताओं से मिलने जेल क्यों नहीं जाते हैं, जबकि उनका ही आरोप है कि यूपी बीजेपी सरकार में सपा नेताओं को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में कैद रखा जा रहा है.”

सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि मायावती अपने ट्वीट में जिन मुस्लिम नेताओं का जिक्र कर ही हैं, उनमें आजम खान भी शामिल हैं. दरअसल, जब आजम खान (Azam Khan) सीतापुर जेल में बंद थे, तब अखिलेश पर ये आरोप लगा था कि वह आजम खान की रिहाई में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. इसके बाद जब आजम खान जेल से बाहर आए थे, तब उन्होंने भी सपा नेतृत्व को अपने तल्ख तेवर दिखाए थे.

UP Samachar : आपको बता दें कि रमाकांत यादव से जेल में मुलाकात के बाद एसपी प्रमुख ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि रमाकांत को 20 साल से ज्‍यादा पुराने मामले में जानबूझकर सरकार के इशारे पर जेल भेजा गया है. उन्होंने कहा कि लगातार उनके खिलाफ झूठे मुकदमे सरकार के इशारे पर दर्ज किये जा रहे हैं और सरकार चाहती है कि वह जेल से नहीं निकल पाएं.

उन्‍होंने इस प्रकरण को भाजपा की वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़ते हुए कहा,

”देश में जो दिखाई दे रहा है, पता नहीं भाजपा क्यों 2024 की अभी से तैयारी कर रही है. विपक्ष के लोगों पर झूठे मुकदमे लगाना, उनके ऊपर प्रशासन से गलत कार्रवाई कराना, यह (भाजपा) 2024 की तैयारी कर रहे हैं.’’

अखिलेश यादव

आगामी लोकसभा चुनाव में सपा किन दलों के साथ गठबंधन करेगी, इस सवाल पर सपा अध्‍यक्ष ने कहा, “भाजपा तो सबसे गठबंधन कर ले रही है किसी दल को गठबंधन के लिए छोड़ेगी भी.”

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