Prayagraj Mayor Election: उत्तर प्रदेश के राज्य निर्वाचन आयोग ने रविवार को राज्य में नगरीय निकायों के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी. निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लेकर अन्य विपक्षी पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने एक बड़ा फैसला लिया है. भाजपा के फैसले के अनुसार, पार्टी चुनाव में मौजूदा मंत्री, एमपी और एमएलए के परिवारवालों और रिश्तेदारों को टिकट नहीं देगी. मिली जानकारी के अनुसार, सीएम योगी के नेतृत्व में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है. वहीं, प्रभारी मंत्रियों को जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट देने और प्रक्रिया पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है.
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तो क्या कट जाएगी मंत्री नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता का टिकट?
आपको बता दें कि यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता इस समय प्रयागराज की मेयर हैं. वह इस पद पर साल 2012 से बनी हुई हैं. इससे पहले जब आरक्षण की सूची आई थी, तब प्रयागराज की सीट ओबीसी घोषित कर दी गई थी. मगर नई आरक्षण लिस्ट जारी होने के बाद यह सीट फिर से सामान्य घोषित कर दी गई. सीट सामान्य घोषित होने के बाद चर्चा थी कि भाजपा यहां से फिर अभिलाषा गुप्ता को टिकट दे सकती है और अगर वह चुनाव जीत जाती हैं तो वह प्रयागराज की लगातार तीसरी बार मेयर बन जाएंगी. मगर हालिया सामने आए भाजपा के फैसले कि पार्टी मौजूदा मंत्री, एमपी और एमएलए के परिवारवालों और रिश्तेदारों को टिकट नहीं देगी के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि अभिलाषा गुप्ता की टिकट इस बार कट सकती है.
भाजपा 11 मेयरों का काट सकती है टिकट!
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा लखनऊ समेत कई जगहों पर मौजूदा 14 में से 11 मेयरों का टिकट काटने की तैयारी में है. पार्टी ने 762 शहरी नगर निकायों और 17 नगर निगमों में जीत का लक्ष्य रखते हुए टिकट बांटने की प्रक्रिया को पारदर्शी और संगठनात्मक रखने का दावा किया है.
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