घरवालों को नींद की गोली खिला छत पर प्रेमी से इश्क लड़ाती थी स्वाति फिर इस लड़की ने डेंजरस कांड कर दिया

मुरादाबाद में प्रेमी मनोज के प्यार में स्वाति इस कदर अंधी हो गई कि उसने एक निरीह युवक योगेश की हत्या की साजिश ही रचवा दी. अब जब मामला पकड़ में आया, तो स्वाति अपने प्रेमी पर आरोप लगा खुद को बेकसूर बता रही है.

Moradabad News

जगत गौतम

• 11:55 AM • 23 Sep 2025

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प्रेम आपको अंधा बना सकता है, इस तरह का डायलॉग सिनेमा में देखने और सुनने को मिलता है, लेकिन मुरादाबाद की स्वाति ने इसे हकीकत में अंजाम दे दिया है. अपने प्रेमी मनोज के प्यार में स्वाति इस कदर अंधी हो गई कि उसने एक निरीह युवक योगेश की हत्या की साजिश ही रचवा दी. अब जब मामला पकड़ में आया, तो स्वाति अपने प्रेमी पर आरोप लगा खुद को बेकसूर बता रही है. पर पुलिस का दावा है कि इस लड़की ने क्राइम पेट्रोल और दूसरी डॉक्युमेंट्री देख ऐसी खौफनाक साजिश रची कि आप दंग रह जाएंगे. 

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यह मामला मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में रहने वाली स्वाति और उसके प्रेमी मनोज के इश्क के खरतनाक अंजाम का है. स्वाति इश्क में इस कदर पागल हो गई कि उसने शादी के रास्ते में रोड़ा बन रहे अपने पिता और भाइयों को जेल भिजवाने के लिए गांव के ही एक बेगुनाह युवक योगेश की हत्या करा दी. 

हत्या की गुत्थी मृतक के मोबाइल से हुई डायल 112 की आखिरी कॉल से सुलझी. जांच में सामने आया कि स्वाति और उसके प्रेमी मनोज ने पूरे षड्यंत्र की पटकथा लिखी थी. पुलिस ने एनकाउंटर के बाद मुख्य आरोपी मनोज को गिरफ्तार किया, जबकि स्वाति और एक अन्य साथी भी पकड़कर जेल भेज दिए गए हैं. 

इस क्राइम कथा को जानकर आप सिहर जाएंगे

आपको बता दें कि 18 सितंबर को पाकबड़ा इलाके में एक अज्ञात शव मिला. मृतक के पास मोबाइल पड़ा था, जिसमें डायल 112 पर की गई आखिरी कॉल दर्ज थी. कॉल सुनकर लगा कि युवक ने मौत से पहले स्वाति के पिता शोभाराम और भाइयों कपिल व गौरव पर पिटाई का आरोप लगाया था. पुलिस पहले इसे “डाइंग डिक्लेरेशन” मानकर चल रही थी. लेकिन जब कॉल रिकॉर्डिंग को गांव वालों और परिजनों से मिलाया गया तो मृतक की आवाज से मेल नहीं खाई. 

इस पर पुलिस ने दूसरा एंगल खंगाला और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) व लोकेशन जांच में खुलासा हुआ कि शोभाराम की बेटी स्वाति का मनोज नामक युवक से प्रेम संबंध था. 

घरवालों को नींद की गोली खिला छत पर प्रेमी से मिलती थी स्वाति 

जांच में सामने आया कि मनोज स्वाति को नींद की गोलियां देता था, जिन्हें स्वाति आटे में मिलाकर परिवार को खिला देती थी. घरवाले बेहोश हो जाते तो दोनों चोरी-छिपे छत पर मिलते. जब परिवार को शक हुआ और रोक-टोक बढ़ी, तो स्वाति ने मनोज से कहा कि पिता और भाई रहते हुए उनका मिलना असंभव है. इसके बाद दोनों ने एक निर्दोष की हत्या कर उन्हें फंसाने की योजना बनाई.

योगेश क्यों बना शिकार?

योगेश मनोज का जानकार और साथ में रंगाई-पुताई का काम करता था. शराब भी दोनों साथ पीते थे. हत्या वाले दिन योगेश अचानक रास्ते में मिला तो उसे फंसा लिया गया. शराब में नींद की गोलियां डालकर उसे बेहोश किया और फिर ईंट से सिर पर वार करने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.  इसके बाद मृतक के फोन से स्वाति के भाई गौरव पर कॉल की गई ताकि शक उन्हीं पर जाए. मोबाइल और हत्या में इस्तेमाल ईंट को मौके पर छोड़कर आरोपी फरार हो गए.

पुलिस ने क्या बताया? 

एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि पुलिस को 112 के जरिए मृतक के मोबाइल से एक कॉल आई थी.  उस कॉल के बाद तीन लोगों को इसमें नामजद किया गया था. जब जांच की गई तो पता चला किसी ने आवाज बदलकर मृतक के नाम से सूचना दी है. इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से पता चला कि यह पूरी घटना मनोज उसके साथी मनजीत और स्वाति ने अंजाम दी है. हत्या की पटकथा लिखने के लिए फिल्मों और क्राइम पेट्रोल जैसे सीरियल और डॉक्यूमेंट्री देख कर इनपुट लिए गए थे.

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