Moradabad News: मुरादाबाद के उन युवाओं के लिए अच्छी खबर है जो लंबे समय से स्वरोजगार की तलाश में हैं. जिला प्रशासन ने साल 2025-26 के लिए “बाबा साहब अम्बेडकर रोजगार प्रोत्साहन योजना” के तहत लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जो भी इच्छुक उम्मीदवार इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, वे 30 सितंबर 2025 तक अपने आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं. यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए है, जिनकी परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम है और जो स्वरोजगार के माध्यम से अपने भविष्य को संवारना चाहते हैं.
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क्या है सिलेक्शन प्रोसेस
जिला विकास अधिकारी जी बी पाठक के अनुसार, लाभार्थियों का चयन साक्षात्कार (इंटरव्यू) के माध्यम से किया जाएगा. इंटरव्यू के दौरान अभ्यर्थी को अपने स्टार्टअप आइडिया, बिजनेस प्लान और ऋण की आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी देनी होगी. प्रस्ताव को देखने के बाद ही आगे बैंक को ऋण की अनुशंसा की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि योजना के तहत चयनित प्रत्येक लाभार्थी को 50,000 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी, चाहे प्रोजेक्ट की कुल लागत कितनी भी हो. इसके अलावा, उन्हें बैंक से रियायती ब्याज दर पर ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा.
कौन कर सकता है आवेदन?
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए कुछ विशेष पात्रता मानदंड तय किए गए हैं. सबसे पहले, आवेदक की ऐज न्यूनतम 18 साल और अधिकतम 65 साल होनी चाहिए. इसके अलावा, आवेदक के परिवार की कुल वार्षिक आय सभी स्रोतों से 2 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसके साथ ही, केवल ग्रामीण क्षेत्र के लोग ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं, क्योंकि आवेदन केवल ग्रामीण इलाकों से ही स्वीकार किए जाएंगे.
किन्हें मिलेगी प्राथमिकता?
आपको बता दें कि इस योजना में अनुसूचित जाति/जनजाति, विधवा और परित्यक्ता महिलाएं को प्राथमिकता दी जाएगी. इससे समाज के कमजोर वर्गों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है.
कैसे करें आवेदन
इच्छुक लाभार्थी अपना आवेदन पत्र और आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन अपने संबंधित विकास खंड कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से या पंजीकृत डाक के माध्यम से जमा कर सकते हैं. बता दें कि आवेदन करने की लास्ट डेट 30 सितंबर 2025 है, इसलिए समय पर आवेदन करना जरूरी है.
युवाओं में दिखा उत्साह
इस योजना को लेकर मुरादाबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. जहां एक ओर यह योजना उन्हें रोजगार का अवसर देगी, वहीं दूसरी ओर यह गांवों की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी.
लाभार्थियों के लिए सुझाव
अधिकारी जी बी पाठक ने लाभार्थियों को सलाह दी है कि वे अपनी आय और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही लोन लें ताकि बाद में उसका भुगतान करने में कोई परेशानी न हो.
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