मैं जिज्ञासा हूं, मुझे डीएम बनना है इसलिए आपको देखने आई हूं कि आखिर जिलाधिकारी कैसे दिखते हैं और वो क्या काम करते रहे हैं. गोरखपुर डीएम दीपण मीणा के दफ्तर में जब 5 साल की जिज्ञासा एक सांस में ये सब सवाल पूछने लगी तो हर कोई हैरान रह गया. एक ऐसे अधिकारी जिनके सामने बड़े-बड़े अधिकारी कांपते हों उनके सामने ये छोटी बच्ची कैसे पहुंच गई. बता दें कि जिज्ञासा बड़ी होकर डीएम बनना चाहती है. ऐसे में उसके मन में ये जानने की इच्छा हुई कि डीएम कौन होता है और वो क्या करते हैं. बस फिर क्या था वह स्कूल बंक करके अपने पिता के साथ डीएम ऑफिस पहुंच गई. फिर वहां जो कुछ भी हुआ वो नीचे खबर में पढ़ सकते हैं.
ADVERTISEMENT
'हमें डीएम साहब से मिलना है'
यूकेजी में पढ़ने वाली 5 साल की जिज्ञासा बढ़ी होकर डीएम बनना चाहती है. जिज्ञासा के मन में अपने रोल मॉडल को देखने की ललक जागी. उसने सोमवार को स्कूल जाने के बजाय जिलाधिकारी कार्यालय जाने का फैसला किया. वह अपने पिता के साथ सीधे डीएम दफ्तर पहुंच गई. वहां मौजूद कर्मचारियों ने जब उससे आने का कारण पूछा और उसकी परेशानी जाननी चाही तो उसने बड़े आत्मविश्वास के साथ कहा कि 'हमें डीएम साहब से मिलना है... अपनी बात हम उन्हीं को बताएंगे.'
मासूम बच्ची की फरमाइश सुनकर कर्मचारी उसे जिलाधिकारी दीपक मीणा के दफ्तर में ले गए. डीएम साहब ने जब नन्हीं जिज्ञासा को सामने देखा तो बड़े प्यार से पूछा कि 'बेटा यहां क्यों आई हो?' इस पर जिज्ञासा ने जवाब दिया कि वह बड़ी होकर डीएम बनना चाहती है. इसलिए वह यह देखना चाहती है कि 'डीएम साहब दिखते कैसे हैं और वह क्या काम करते हैं.'
जिज्ञासा की बातें सुनकर हंसने लगे डीएम दीपक मीणा
जिज्ञासा के इस मासूम जवाब को सुनकर डीएम दीपक मीणा अपनी मुस्कुराहट नहीं रोक पाए. उन्होंने मजाक में पूछा कि आज स्कूल नहीं गई और कौन से स्कूल में पढ़ती हो? इसपर जिज्ञासा ने बताया कि वह कार्मल स्कूल में यूकेजी में पढ़ती है. तब डीएम दीपक मीणा ने पूछा कि तुम्हारे दिमाग में कैसे आया कि तुम्हें डीएम बनना है. छात्रा ने कहा कि घर पर सभी लोग कहते हैं तुम्हें डीएम बनना है. इसलिए आपसे मिलने आई हूं. डीएम दीपक मीणा ने कहा पहले अच्छे से पढ़ाई करो. अपने माता पिता की बात को मानना तुम डीएम बन जाओगी. उन्होंने छात्रा को अपने पास बुलाकर फोटो भी खिंचवाया जिसके बाद जिज्ञासा बहुत खुश हुई. उसने मुस्कुराते हुए कहा कि डीएम साहब बहुत अच्छे हैं. हमें अब आगे अच्छे से पढ़ाई करके डीएम बनना है.'
इस दौरान जिज्ञासा को देखकर डीएम दफ्तर में पहुंचे सभी फरियादी अपनी तकलीफ भूलकर मुस्कुराते नजर आए. सभी ने जिज्ञासा के सपनों को सराहा भी. वहीं जिज्ञासा के पिता डॉ. धर्मेन्द्र कुमार ने कहा कि बेटी जिज्ञासा की इच्छा थी कि उसको डीएम से मिलना है. उसको डीएम बनना है. इसलिए उसको मिलाने के लिए लेकर आए हैं. आज उनसे मिलकर हम सब बहुत खुश हैं.
ये भी पढ़ें: खुर्शीद ने अपनी बहन को होने वाले जीजा संग होटल से निकलते हुए देख लिया फिर हुआ सनसनीखेज कांड
ADVERTISEMENT









