अमरोहा की अहाना के लिए जंक फूड बना जहर, डॉक्टर भी नहीं बचा पाए 16 साल की लड़की को, ऐसा क्या खाती थी वो?

अमरोहा की रहने वाली एक कक्षा 11वीं की स्टूडेंट अहाना की जंक फूड खाने की वजह से मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि अहाना जंक फूड्स खाने की शौकीन थी. वह हर दिन पिज्जा बर्गर खाने की डिमांड करती थी. ऐसे में जंक फूड उसकी आंत में चिपक गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

16 year old schoolgirl, Ahana

बीएस आर्य

23 Dec 2025 (अपडेटेड: 23 Dec 2025, 05:48 PM)

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ज्यादातर बच्चों को घर का खाना पसंद नहीं होता है. ऐसे बच्चे बाहर के जंक फूड को खाने की जिद्द करते हैं. ऐसे में अगर आपका भी बच्चा बाहर की चीजों को बार-बार खाने की जिद्द करता है तो उसे जंक फूड से होने वाले नुकसान के बारे में जरूर समझाइए वरना आगे चलकर पछताना पड़ सकता है. इसी कड़ी में एक ताजा मामला अमरोहा से सामने आया है. अमरोहा की रहने वाली एक कक्षा 11वीं की स्टूडेंट अहाना की जंक फूड खाने की वजह से मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि अहाना जंक फूड्स खाने की शौकीन थी. वह हर दिन पिज्जा बर्गर खाने की डिमांड करती थी. लेकिन वही जंक फूड उसके लिए जहर बन गया. बताया जा रहा है कि जंक फूड से छात्रा की आंत में छेद हो गया और इलाज के दौरान दिल्ली के अस्पताल में उसकी मौत हो गई. 

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अमरोहा कोतवाली इलाके के अफगानान मोहल्ले के रहने वाले मंसूर खान की बेटी अहाना सिर्फ 16 साल की थी. वह हाशमी गर्ल्स इंटर कॉलेज में 11वीं में पढ़ती थी. उसके आसपास के लोगों का कहना है कि अहाना को घर का खाना पसंद नहीं था. वह हमेशा फास्ट फूड खाने की डिमांड करती रहती थी. यही फास्ड फूड उसकी आंत में फंस गया. इसके बाद ही उसे हमेशा पेट दर्द की शिकायत रहने लगी. दिक्कत बढ़ने पहले तो परिजनों ने उसका इलाज स्थानीय डाक्टर के पास कराया. लेकिन जब उसकी हेल्थ में कोई सुधार नहीं दिखा तो उसे  मुरादाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया.  लेकिन यहां भी डॉक्टरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए.  इसके बाद उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल में छात्रा को भर्ती कराया गया. लेकिन यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. फिलहाल अहाना की मौत से पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसरा है. वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. अहाना की मौत के बाद पूरे मोहल्ले में लोग फास्ट फूड को लेकर तमाम तरह की चर्चा कर रहे हैं.

क्या फास्ट फूड जानलेवा बन सकता है?

फास्ट फूड का ज्यादा सेवन जानलेवा साबित हो सकता है. चाऊमीन, पिज्जा, बर्गर जैसे फास्टफूड में मैदा की मात्रा बहुत अधिक होती है. मैदा आंतों में जाकर चिपक जाता है और पाचन तंत्र को धीमा कर देता है.  लंबे समय तक ऐसा होने से आंतों में रुकावट पैदा होती है. गंभीर कब्ज और संक्रमण से आंतों की दीवारें कमजोर होकर फट सकती हैं जिससे पूरे शरीर में जहर फैल सकता है और मौत हो सकती है. 
फास्ट फूड को स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें अजीनोमोटो, प्रिजर्वेटिव्स, ऑर्टिफिशियल रंग और बार-बार गर्म किए गए खराब तेल का इस्तेमाल होता है. यह सीधे तौर पर लिवर और किडनी को डैमेज करता है जो लंबे समय में ऑर्गन फेलियर का कारण बन सकता है.

सावधानी कैसे बरतें?

मैदे से दूरी: बाहर के मैदे वाले खाने को कभी-कभी स्वाद के लिए लें. इसे डेली रूटीन में शामिल ना करें.

फाइबर युक्त आहार: घर का बना सादा खाना, फल और हरी सब्जियां खाएं ताकि आंतें साफ रहें.

चेतावनी के संकेत: अगर फास्ट फूड खाने के बाद अक्सर पेट दर्द, गैस या भारीपन रहता है तो इसे नजरअंदाज न करें. यह आंतों में हो रही खराबी का संकेत हो सकता है.

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