Ramakrishna Math Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की हलचल भरी सड़कों और बाजारों से कुछ कदम दूर एक ऐसा स्थान है, जहां कदम रखते ही मन ठहर जाता है! इस जगह का नाम रामकृष्ण मठ है. यह मठ किसी एक धर्म या वर्ग के लिए नहीं, बल्कि उन सभी के लिए है जो जीवन की तेज भागदौड़ से कुछ पल शांति के चाहते हैं. भागती हुई जिंदगी में जहां सब कुछ एक लक्ष्य की ओर दौड़ता दिखता है, वहां रामकृष्ण मठ जैसे स्थान एक मौन संदेश देते हैं- 'रुको, सांस लो और खुद से जुड़ो.'
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कैसा दिखता है रामकृष्ण मठ
हरे-भरे वृक्षों से घिरा रामकृष्ण मठ का परिसर, सफेद संगमरमर की शीतल दीवारें और चारों ओर फैला मौन एक ऐसी दुनिया रचते हैं, जो न तो आधुनिक शोर का हिस्सा है, न ही सिर्फ पुरातन स्मृतियों का. यहां न कोई भाषण है, न उपदेश बस एक वातावरण है, जो खुद बोलता है. ध्यान, आत्मचिंतन और आंतरिक स्थिरता की तलाश करने वालों के लिए यह मठ एक जीवंत उत्तर है. रामकृष्ण मठ सिर्फ एक इमारत नहीं यह एक अनुभव है, जो बिना कहे बहुत कुछ कह जाती है.
संगमरमर की दीवारों के बीच सुकून की यात्रा
मठ के भीतर घुसते ही सबसे पहले ध्यान वहां की निर्मल हरियाली पर जाता है. सफेद संगमरमर से बनी दीवारें, जो धूप में चमकती ही नहीं, बल्कि मन को ठंडक देती हैं. रामकृष्ण मठ केवल एक स्थापत्य या धार्मिक केंद्र नहीं, बल्कि यह स्थान आत्मचिंतन और आध्यात्मिक जागरण की दिशा में एक गंभीर पहल है. यहां का शांत वातावरण और आध्यात्मिक ऊर्जा व्यक्ति को भीतर की ओर झांकने की प्रेरणा देते हैं, जिससे यह स्थल आत्मिक यात्रा की शुरुआत का प्रतीक बन जाता है.
आपको क्यों जाना चाहिए रामकृष्ण मठ?
रामकृष्ण मठ एक ऐसा स्थान है जहां हर वह व्यक्ति पहुंच सकता है. अगर आप भीतर की शांति को महसूस करने की इच्छा रखते हैं, या स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा पाते हैं, तो यह स्थान आपके लिए विशेष महत्व रख सकता है. लखनऊ की भीड़भाड़ और शोर-शराबे से अलग, यह मठ एक सच्चे और शांत अनुभव की तलाश करने वालों के लिए आदर्श स्थल है. यहां का वातावरण न केवल ध्यान और आत्मचिंतन के लिए उपयुक्त है, बल्कि यह जीवन के हर वर्ग, उम्र और पृष्ठभूमि के लोगों के लिए समान रूप से खुला और सुलभ है. चाहे आप एक शिक्षक हों, छात्र, व्यवसायी या गृहिणी शांति की तलाश सबको होती है, और रामकृष्ण मठ वह जगह है जहां यह तलाश पूरी हो सकती है.
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क्या है एंट्री फी और टाइमिंग्स?
लखनऊ का रामकृष्ण मठ रविवार से शनिवार, सप्ताह के सातों दिनों खुला रहता है. मंदिर सुबह 8:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4:30 बजे से 7:30 बजे तक खुला रहता है. इसमें प्रवेश शुल्क नहीं है.
रामकृष्ण मठ तक कैसे पहुंचें?
लखनऊ लगभग हर शहर से हवाई, रेलवे या सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. देश के प्रमुख महानगरों से कई एयरलाइन्स नियमित उड़ान भरती हैं. लखनऊ रेलवे जंक्शन से कई ट्रेनें गुजरती हैं, जिससे यहां आना बेहद आसान है.
रामकृष्ण मठ आने का क्या है बेस्ट टाइम?
लखनऊ के अधिकांश दर्शनीय स्थलों की तरह, रामकृष्ण मठ की यात्रा सर्दियों के मौसम में करना सुखद हो सकती है. हालांकि मठ में कोई खास त्योहार नहीं मनाए जाते, फिर भी इस शानदार तरीके से निर्मित स्थल का आनंद शांति से उठाया जा सकता है.
(इस खबर को Tak वेबसाइट्स के साथ इंटर्नशिप कर रहीं चाहत कुमारी ने लिखा है.)
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