यूपी: लुलु मॉल के बाहर कड़ी सुरक्षा, हर गतिविधि पर होगी ड्रोन कैमरों की नजर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित लुलु मॉल (Lulu Mall) के अंदर अनाधिकृत रूप से नमाज़ पढ़े जाने को लेकर उपजे विवाद के बीच इसके…

भाषा

• 12:52 PM • 20 Jul 2022

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित लुलु मॉल (Lulu Mall) के अंदर अनाधिकृत रूप से नमाज़ पढ़े जाने को लेकर उपजे विवाद के बीच इसके परिसर के बाहर कड़ा पहरा बैठा दिया गया है और अब हर गतिविधि पर ड्रोन कैमरों की नजर होगी.

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संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) पीयूष मोर्डिया ने बुधवार को बताया कि लुलु मॉल के आस-पास प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) के जवानों को तैनात किया गया है और उन्हें हिदायत दी गई है कि कोई भी अराजक तत्व कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की हिम्मत न करे.

उन्होंने बताया कि पीएसी और पुलिसकर्मियों को मॉल के चारों तरफ तैनात किया गया है और हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

एक तरफ जहां मॉल के बाहर अराजक तत्वों पर नजर रखी जा रही है. वहीं मॉल के अंदर तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी परिसर में किसी भी तरह की गड़बड़ करने वाले लोगों से निपटने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

लुलु मॉल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया, “हमारे सुरक्षाकर्मियों को मॉल के अंदर हंगामे की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के मंसूबों को नाकाम करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. हमने अपने कर्मियों से कहा है कि वह ऐसे किसी भी व्यक्ति को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दें. मॉल के अंदर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 1000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.”

ज्ञातव्य है कि पुलिस ने लुलु मॉल परिसर में पिछले दिनों बिना इजाजत नमाज पढ़ने के आरोप में मंगलवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया था. उनमें से कोई भी मॉल का कर्मचारी नहीं था.

मोर्डिया ने कहा, “हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मॉल के अंदर नमाज साजिश के तौर पर तो नहीं पढ़ी गई? पुलिस मामले के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है.”

यह गिरफ्तारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सोमवार को लुलु मॉल के आसपास माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिए जाने के बाद हुई है.

मॉल के अंदर नमाज़ पढ़े जाने को लेकर विवाद तब पैदा हुआ था जब अखिल भारतीय हिंदू महासभा नामक संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया था.

खुद को संगठन का राष्ट्रीय प्रवक्ता बताने वाले शिशिर चतुर्वेदी नामक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि एक समुदाय विशेष के लोगों को मॉल के अंदर नमाज अदा करने की इजाजत दी जा रही है. चतुर्वेदी ने इस मामले में मुकदमा भी दर्ज कराया था.

उधर, मॉल के महाप्रबंधक समीर वर्मा ने कहा था कि लुलु मॉल सभी धर्मों का आदर करता है और मॉल के अंदर किसी भी तरह की धार्मिक गतिविधि करने की इजाजत नहीं है.

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