Lucknow Crime: उत्तर प्रदेश एटीएस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि महिला नाम बदलकर (नरगिस से निर्मला) अवैध तरीके से रह रही थी. इस महिला के साथ ही उसके कथित पति हरिओम आनंद को भी पुलिस ने दबोच लिया है. जांच में सामने आया है कि नरगिस 10 साल पहले टूरिस्ट वीजा पर बांग्लादेश से भारत आई थी. लेकिन वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी वह वापस नहीं लौटी. फर्जी भारतीय पहचान बनाने और अवैध रूप से रहने के मामले में अब एटीएस ने दोनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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नरगिस और हरिओम ने मिलकर ऐसे किया था फ्रॉड
नरगिस और हरिओम आनंद की मुलाकात साल 2022 में हुई थी. हरिओम ने न केवल उसके लिए भारतीय दस्तावेज तैयार करवाए बल्कि एक साल पहले 2024 में दोनों ने शादी भी कर ली थी. भारतीय पहचान के लिए नरगिस पहले पश्चिम बंगाल में जेसिका विश्वास के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवा चुकी थी. इसके बाद हरिओम ने 2022 में लखनऊ में निर्मला देवी के नाम से नए भारतीय दस्तावेज बनवाए. इसी पहचान पर दोनों ने शादी की थी. यह फर्जी पहचान ही नरगिस के लिए भारतीय नागरिक बनकर रहने का आधार बनी हुई थी.
हरिओम ने कई और महिलाओं के बनवाए थे फर्जी कागजात
पूछताछ में नरगिस उर्फ निर्मला देवी ने यह बात स्वीकार कर ली है कि उसके पति हरिओम आनंद ने उसके अलावा कई अन्य महिलाओं के भी इसी तरह के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए थे. इस सनसनीखेज खुलासे के बाद एटीएस ने दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. पूरे नेटवर्क की जांच भी शुरू कर दी है. एटीएस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बांग्लादेश से भारत आने के बाद 8 साल तक नरगिस कहां-कहां रही थी और हरिओम का यह नेटवर्क कितना बड़ा है.
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