कानपुर: मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद 6 मरीजों की गई रोशनी, CMO ने दिए जांच के आदेश

रंजय सिंह

• 10:06 AM • 22 Nov 2022

Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक अस्पताल में चल रहे आई कैंप में मोतियाबिंद का…

UPTAK
follow google news

Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक अस्पताल में चल रहे आई कैंप में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले 6 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई है. उन्हें आंखों से पूरी तरह से दिखना बंद हो गया है. मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. मरीजों ने अब मामले की शिकायत सीएमओ से की है. सीएमओ ने मामले को गंभीर मानते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं. 

यह भी पढ़ें...

गौर करने वाली बात यह भी है कि यह कैंप सीएमओ की अनुमति के आधार पर DBCS योजना के तहत लगाया गया था. मिली जानकारी के अनुसार आंखों की रोशनी जाने के बाद कई मरीजों ने अन्य अस्पतालों में अपनी आंखों को दिखाया लेकिन किसी को कोई लाभ नहीं हुआ.

जिंदगी में रोशनी भरने गए थे लेकिन..

आंखों की समस्याओं से परेशान मरीज डॉक्टर के पास जिंदगी में रोशनी भरवाने गए थे लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी जिंदगी में बची कुची आंखों की रोशनी भी हमेशा के लिए चली जाएगी. मिली जानकारी के अनुसार आंखों का यह कैंप 2 नवंबर को कानपुर साउथ के आराध्या नर्सिंग में लगा था. कैंप निशुल्क लगाया गया था, जिसमें मोतिया बिंद का ऑपरेशन करवाया गया था. बताया जा रहा है कि मरीजों का ऑपरेशन डॉक्टर नीरज गुप्ता ने किया था.

दर्द होना शुरू हुआ

पीड़ित मरीजों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद से ही उनकी आंखों में दर्द होना शुरू हुआ. फिर आंखों से पानी बहने लगा और उनको दिखना पूरी तरह से बंद हो गया. पीड़ित मरीजों ने बताया कि, हम लोगों ने अस्पताल आकर आंखों का हाल बताया तो अस्पताल ने दवाई देकर घर भेज दिया लेकिन हमारी आंखों में कोई फर्क नहीं आया.

इस मामले पर ग्राम प्रधान हरपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, हमारे गांव के 11 मरीजों ने आराध्या अस्पताल में लगे कैंप में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया था, जिनमें से 6 मरीजों की आंखों की रोशनी पूरी तरह से चली गई है.

सरकार से मिलता है फंड

बता दें कि आराध्या अस्पताल में लगने वाले आई कैंप में ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों का मुफ्त ऑपरेशन करवाया जाता है. इसका फंड सरकार से मिलता है और ये कैंप सीएमओ की अनुमति के बाद लगाया जाता है.

इस पूरे मामले पर कानपुर के सीएमओ आलोक रंजन ने बताया कि, “शिवपराज पुर के मरीजों का ऑपरेशन आराध्या आई अस्पताल में हुआ था. 6 मरीजों की आंखें खराब होने की बात सामने आई है. मामला गंभीर है. जांच कमेटी बना दी गई है. जांच करके मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी. पीड़ित मरीजों को दवाई भी दिलवाई जाएगी.

कानपुर: पुलिस चौकी के चोर का एनकाउंटर, मुठभेड़ में गोली लगने से एक बदमाश घायल

    follow whatsapp
    Main news