कानपुर में पकड़ी गई रोहिंग्या लड़की के बारे में गजब की बात पता चल गई! इसको धरा कैसे गया ये भी जानिए

UP News:कानपुर में संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से तीन रोहिंग्या गिरफ्तार. म्यांमार से बांग्लादेश और असम के रास्ते घुसपैठ कर जा रहे थे जम्मू. सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटीं.

रंजय सिंह

26 Dec 2025 (अपडेटेड: 26 Dec 2025, 01:48 PM)

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UP News: बांग्लादेश हिंसा में अपनी चरम पर है. इस बीच बांग्लादेश से कई घुसपैठिए भारत में अवैध रूप से एंट्री ले रहे हैं. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर का है. यहां आरपीएफ और जीआरपी ने पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन से तीन संदिग्ध रोहिंग्या को गिरफ्तार किया है. 

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मंगलवार देर रात कानपुर आरपीएफ कंट्रोल रूम को यात्रियों के जरिए एक इनपुट मिला. सूचना दी गई थी कि असम से नई दिल्ली जा रही ट्रेन संख्या संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के जनरल कोच में तीन संदिग्ध लोग हैं. ट्रेन में मौजूद यात्रियों को इसलिए शक हुआ क्योंकि उन्हें तीनों लोग का पहनावा और भाषा भारतीय नहीं लगी. कुछ यात्रियों ने पुलिस को यह भी बताया कि उन्हें लगा जैसे युवती को जबरन ले जाया जा रहा है. 

सूचना मिलते ही कानपुर स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी अलर्ट हो गई. जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंची पुलिस बल ने जनरल कोच की चेकिंग शुरू कर दी. पुलिस ने मौके से दो युवकों और एक युवती को हिरासत में लिया.

पकड़े गए तीनों लोगों का नाम सामने आया

पूछताछ में जो खुलासा हुआ उसने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं. हिरासत में आए लोगों ने कुबूल किया कि वे मूल रूप से म्यांमार के रहने वाले रोहिंग्या हैं. म्यांमार से वे पहले बांग्लादेश पहुंचे. वहां जारी हिंसा और अफरा-तफरी का फायदा उठाकर अवैध तरीके से सीमा पार कर असम में दाखिल हुए. असम पहुंचने के बाद इन लोगों ने दिल्ली जाने वाली ट्रेन पकड़ी. इनका प्लान दिल्ली पहुंचकर वहां से जम्मू जाने का था. सुरक्षा एजेंसियों को सबसे ज्यादा यही बात खटक रही है कि आखिर इनका अंतिम ठिकाना जम्मू ही क्यों था? पकड़े गए आरोपियों का नाम इब्राहिम, आसिम और महिला शौकत है. 

आरपीएफ की पूछताछ में आरोपी इब्राहिम ने बताया कि वह करीब 8 साल पहले भी असम आ चुका है और जम्मू-कश्मीर में मजदूरी का काम कर चुका है. उसके कई रिश्तेदार भारत के अलग-अलग शहरों में फैले हुए हैं. हालांकि सुरक्षा एजेंसियां उनकी मजदूरी वाली बात पर पूरी तरह यकीन नहीं कर रही हैं. 

ATS भी करेगी पूछताछ

जीआरपी सीओ दुष्यंत कुमार के मुताबिक, इन तीनों के खिलाफ कानपुर जीआरपी में रिपोर्ट दर्ज कर इन्हें जेल भेज दिया गया है.  उत्तर प्रदेश एटीएस और अन्य केंद्रीय एजेंसियां भी जांच में शामिल हो गई हैं.

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