घर आकर 8 साल का बच्चा नोटबुक में लिख रहा था 'हेल्प-हेल्प', आखिर उसके साथ स्कूल में ऐसा क्या हो गया?

कानपुर के रमईपुर क्षेत्र में आठ साल के छात्र पर सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल में पेन चोरी का झूठा आरोप लगाया गया. आरोप और डराने-धमकाने के कारण बच्चा मानसिक प्रताड़ना का शिकार हुआ और घर पर अपनी नोटबुक और दीवारों पर बार-बार ‘हेल्प’ लिखने लगा.

रंजय सिंह

• 01:28 PM • 26 Dec 2025

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Kanpur News: उत्तर प्रदेश की कानपुर में एक आठ साल के मासूम छात्र के साथ ऐसी घटना हुई जिससे किसी भी माता-पिता का दिल दहल जाए. कानपुर के रमईपुर क्षेत्र में रहने वाले फौजी अभिषेक शंकर दुबे के 8 साल के बेटे को उसके सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल में पेन चोरी के झूठे आरोप में डराया-धमकाया गया. ये इतना भयावह था  कि बच्चा घर लौटकर अपनी नोटबुक  और दीवारों पर ‘हेल्प हेल्प’ लिखने लगा और रात में नींद में बार-बार कहता रहा कि मैम, मैंने पेन नहीं चुराया है. बच्चा क्लास 2 का छात्र है और उसके पेरेंट्स के अनुसार वो स्कूल प्रशासन द्वारा मानसिक प्रताड़ना का शिकार हुआ है.  बता दें कि मासूम की मां पूनम दुबे ने स्कूल के प्रिंसिपल, क्लास टीचर और डायरेक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. 

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मासूम छात्र पर लगाया पेन चोरी का आरोप

मां पूनम दुबे के अनुसार, कुछ दिनों से उनका बच्चा काफी परेशान और डरा हुआ दिखाई दे रहा था. इतना ही नहीं घर पर उसने अपनी नोटबुक और दीवारों पर ‘हेल्प हेल्प’ लिखना शुरू कर दिया था. एक रात वो जब वो अपनी मां के साथ सो रहा था तब उसने नींद में ही बार-बार कहना शुरू कर दिया कि मैम, मैंने पेन नहीं चुराया है. 

पूनम दुबे ने बताया कि जब उन्होंने अपने बच्चे से इस घटना के बारे में पूछा तो मासूम ने पूरी कहानी बताई. बच्चे ने कहा कि स्कूल की प्रिंसिपल अनुप्रीत रावत और क्लास टीचर संगीता मलिक ने उस पर पेन चोरी का आरोप लगाया और उसे डराया-धमकाया है. मासूम ने यह भी बताया कि टीचर्स ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने यह बात घर पर बताई तो उसे छत से फेंक दिया जाएगा. इसी डर से उसने अपनी कॉपी में बार-बार ‘हेल्प’ लिखना शुरू कर दिया. इसके अलावा, स्कूल प्रशासन ने बच्चे का कबूलनामा वीडियो भी बनाया. बच्चे की मां का कहना है कि यह वीडियो बच्चे को डराकर और दबाव में लाकर तैयार कराया गया है. 

मां ने स्कूल में की बात 

बच्चे की हालत देखकर पूनम दुबे सुबह अपने बच्चे को लेकर स्कूल गई. वहां उन्होंने क्लास टीचर संगीता मलिक, प्रिंसिपल अनुप्रीत रावत, टीचर स्वतंत्र अग्निहोत्री और डायरेक्टर देवराज सिंह से मिलकर शिकायत की कि उनके बच्चे पर झूठा आरोप लगाया गया है. उनका कहना था कि जिस तारीख को बच्चे पर पेन चोरी का आरोप लगाया गया, उस दिन वह स्कूल आया ही नहीं था.

इसके बावजूद, स्कूल प्रशासन ने बताया कि बच्चे ने खुद पेन चोरी का कबूलनामा किया है. पूनम दुबे ने स्कूल प्रशासन से पूछा कि इतने छोटे बच्चे का वीडियो कब और कैसे बनाया गया, लेकिन इसके जवाब में स्कूल प्रशासन ने उनके साथ बदतमीजी की.

स्कूल प्रशासन का पक्ष

इस पूरी घटना पर स्कूल प्रशासन का कहना है कि स्कूल से एक इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल पेन गायब हुआ था. प्रशासन का दावा है कि बच्चों से पूछताछ की गई और बच्चे ने पेन उठाने की बात कबूल की है. इसके अलावा, उन्होंने बताया कि बच्चे के माता-पिता स्कूल में नाराज हो गए और धमकी देने लगे, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया. स्कूल प्रशासन ने पुलिस को कथित तौर पर कबूलनामे का फुटेज भी सौंपा. 

हालांकि, बच्चे की मां और परिवार का कहना है कि मासूम उस दिन स्कूल भी नहीं आया था और उसने पेन नहीं लिया है. इसके बावजूद स्कूल प्रशासन ने उसे डराया और वीडियो बनाया है. 

पुलिस जांच जारी 

कानपुर के सेन पश्चिम पारा थाना में दर्ज रिपोर्ट के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है. डीसीपी डीएन चौधरी ने बताया कि बच्चों की मां ने रिपोर्ट दर्ज कराई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है.

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