UP News: बहराइच में बीते 42 दिनों से भेड़िए का आतंक बरकरार है. अभी तक 7 से 8 लोगों को भेड़िया अपना शिकार बना चुका है. फिलहाल कुछ भेड़ियों को पकड़ लिया गया है. मगर अभी भी कुछ आदमखोर भेड़ियों की तलाश जारी है. इसी बीच अब जिला जिला प्रशासन खामियों पर भी गौर करने में जुटा हुआ है.
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दरअसल भेड़ियों ने सबसे ज्यादा बच्चों को अपना शिकार बनाया. जिला प्रशासन की तरफ से डीएम मोनिका रानी ने भेड़िया आतंक प्रभावित इलाकों में बड़े पैमाने पर उन घरों में दरवाजे और सोलर लाइट लगवानी शुरू कराई है, जहां के बच्चे शिकार हुए हैं. इसके लिए डीएम ने 20 लाख रुपए भी जारी किए हैं.
जिला प्रशासन भेड़िया प्रभावित इलाकों में हुआ एक्टिव
महसी विकास खंड क्षेत्र के सिसइया चूड़ामणि गांव के कोलैला मजरे में भेड़िए ने 8 साल के बच्चे को अपना शिकार बनाया था. अब प्रशासन ने मृतक बच्चे के घर लकड़ी का दरवाजा और सोलर लाइट की व्यवस्था की है. दरअसल गरीबी का जीवन जीने वाले उसके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे, जिससे वो अपने घर में गेट लगवा पाए. शायद इसी का फायदा उठाकर आदमखोर भेड़िया सबसे पहले इसी घर में घुसा और मासूम को अपना शिकार बना लिया.
बता दें कि अब प्रशासन पीड़ित परिवारों समेत उन घरों की भी मदद कर रहा है, जिन घरों में गेट नहीं हैं और लाइट नहीं हैं. प्रशासन की तरफ से घरों में गेट लगवाए जा रहे हैं और सोलर लाइट का इंतजाम किया जा रहा है. प्रशासन की तरफ से पीड़ित कोलैला गांव में लगभग आधा दर्जन स्ट्रीट लाइट भी लगाई गई हैं, जिससे अब गांव में बिजली न होने की दशा में भी लाइट बनी रहेगी.
आपको बता दें कि भेड़िया प्रभावित क्षेत्र में स्थित गांव के लोग काफी गरीबी में रहते हैं. 2 जून की रोटी का भी जुगाड़ उन्हें बड़ी मेहनत से करना पड़ता है. ऐस में अब प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद की ठानी है और प्रशासन जुटा हुआ है.
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