ब्रह्मकुमारी आश्रम में सगी बहनों ने दी जान! आगरा पुलिस गई माउंट आबू, अब तक क्या सामने आया?
दोनों बहनों का सुसाइड नोट भी सामने आया है, जिसमें वह सनसनीखेज आरोप लगा रही हैं तो वहीं दोनों बहनों ने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी गुहार लगाई है.
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Agra News: आगरा में ब्रह्मकुमारी आश्रम में दो सगी बहनों ने फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी. इस पूरे मामले ने सभी को हिला कर रख दिया है. दोनों बहनों का सुसाइड नोट भी सामने आया है, जिसमें वह सनसनीखेज आरोप लगा रही हैं तो वहीं दोनों बहनों ने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी गुहार लगाई है. इसी बीच सुसाइड नोट में मृतक बहनों ने जिन 4 लोगों को सुसाइड का जिम्मेदार ठहराया है, पुलिस ने उनमें से 3 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. बता दें कि आगरा पुलिस ने अपनी एक टीम को माउंट आबू भी भेजा है.
बता दें कि पुलिस ने गुड्डन, ताराचंद और पूनम को गिरफ्तार कर लिया है तो वहीं नीरज की तलाश पुलिस कर रही है. मिली जानकारी के मुताबिक, सभी आरोपी दूसरे शहर में थे. कोई भी आगरा में नहीं था. मृतक बहनों ने इनपर उत्पीड़न और धोखा देने का आरोप लगाया है. इसी के साथ मृतक बहनों ने आरोपियों के खिलाफ अनैतिक कार्यों में लिप्त होने का आरोप भी लगाया है.
क्या है पूरा मामला
ये पूरा मामला जगनेर कस्बे के बसेड़ी रोड स्थित प्रजापति ब्रह्म कुमारी केंद्र से सामने आया है. यहां दो सगी बहनों ने कथित तौर से फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी. मिली जानकारी के मुताबिक, एकता और शिखा ने 8 साल पहले ब्रह्माकुमारी की दीक्षा ली थी. दीक्षा के बाद उनके परिवार ने जगनेर में ब्रह्माकुमारी केंद्र बनवा दिया था, जिसमें दोनों रह रही थी. सुसाइड नोट में दोनों बहनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए लिखा कि सभी आरोपियों को आसाराम की तरह ही आजीवन कारावास की सजा दी जाए. सुसाइड नोट में आरोपियों की काली करतूतों का चिट्ठा खोला है. मृतक बहनों ने सुसाइड नोट में चारों पर रुपए हड़पने से लेकर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने तक के आरोप लगाए हैं.
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सुसाइड नोट में बहनों ने बताई आपबीती
मिली जानकारी के मुताबिक, शिखा ने एक पेज का सुसाइड नोट लिखा है, जबकि एकता ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा है. शिखा के सुसाइड नोट में दोनों का पिछले एक साल से परेशान होने का जिक्र है. दोनों ने अपनी मौत का जिम्मेदार आश्रम के नीरज सिंघल, धौलपुर के ताराचंद, नीरज के पिता और ग्वालियर आश्रम में रहने वाली एक महिला को ठहराया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, सुसाइड नोट में एकता ने जिक्र किया है कि नीरज ने उनके साथ केंद्र में रहने का आश्वासन दिया था. केंद्र बनने के बाद नीरज ने उनसे बात करना भी बंद कर दिया. इसको लेकर दोनों बहने 1 साल तक रोती रही. मगर नीरज ने उनकी बात नहीं सुनी. सुसाइड नोट के मुताबिक, नीरज का साथ उसके पिता, ग्वालियर आश्रम में रहने वाली एक महिला और ताराचंद ने भी दिया. सुसाइड नोट में नीरज को लेकर लिखा है कि वह 15 साल तक साथ रहने के बाद ग्वालियर वाली महिला से संबंध बनाता रहा. दोनों बहनों ने इन चारों पर अपने साथ गद्दारी का आरोप लगाया है. इसी के साथ दोनों बहनों ने सुसाइड नोट में इन चारों के खिलाफ धन हड़पने और महिलाओं के साथ अनैतिक कार्य करने का भी आरोप लगाया है.
‘सीएम योगी आप आरोपियों को आसाराम जैसी सजा दो’
बता दें कि मृतक एकता ने सुसाइड नोट में सीएम योगी से गुहार लगाई है. सुसाइ़ड नोट में लिखा है कि, योगी जी इनको आसाराम बापू की तरह आजीवन कारावास की सजा दो. इन लोगों ने हमारे साथ तो गलत किया ही है बल्कि अन्य लोगों के साथ भी गलत किया है.