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1 लाख लाओ और 700000 ले जाओ...इस स्कीम से 50 करोड़ ठगने वाले टीपू को आगरा में ऐसे दबोचा गया

अरविंद शर्मा

आगरा में साइबर क्राइम पुलिस ने फर्जी क्रिप्टो वेबसाइट और मोबाइल एप से 50 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया. सरगना अजय उर्फ टीपू गिरफ्तार, जबकि उसके पांच साथी फरार हैं. 1500 से अधिक लोग, खासकर महिलाएं, इस ठगी का शिकार हुईं.

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उत्तर प्रदेश के आगरा में साइबर अपराध की दुनिया का एक बड़ा खुलासा हुआ है. साइबर क्राइम पुलिस ने फर्जी क्रिप्टो करेंसी वेबसाइट और मोबाइल एप के जरिए करीब 50 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है. बता दें कि इस गिरोह ने भारी मुनाफे का झांसा देकर महिलाओं, युवाओं और कारोबारियों समेत हजारों लोगों को अपने जाल में फंसाया है. पुलिस ने इस मामले में गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसके कई साथी अभी फरार हैं.

फर्जी क्रिप्टो प्लेटफॉर्म से करते थे ठगी

पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी एक नकली क्रिप्टो करेंसी वेबसाइट और मोबाइल एप बनाकर लोगों से निवेश कराते थे. वेबसाइट का नाम विदेशी कंपनी से मिलता-जुलता रखा गया था ताकि निवेशकों को यह असली लगे. शुरुआत में कुछ लोगों को मुनाफा देकर भरोसा जीता जाता था, फिर बड़ी रकम निवेश करवा ली जाती थी.

1 लाख लगाओ, 7 लाख पाओ का दिया गया लालच

गिरोह लोगों को जोड़ने के लिए होटलों में बड़े-बड़े सेमिनार और इवेंट आयोजित करता था. यहां निवेशकों से कहा जाता था कि अगर वे 1 लाख रुपये लगाएंगे तो कुछ ही समय में 7 लाख रुपये मिलेंगे. इसके साथ ही विदेश यात्रा और लग्जरी लाइफस्टाइल का सपना दिखाकर भी लोगों को फंसाया जाता था.

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चैन सिस्टम से जुड़े 1500 से ज्यादा लोग

बता दें कि साइबर थाने में दर्ज शिकायतों के मुताबिक, गिरोह ने करीब 1500 से ज्यादा लोगों को चैन सिस्टम के तहत जोड़ा था. हर निवेशक को और लोगों को जोड़ने के लिए प्रेरित किया जाता था, जिससे ठगी का दायरा लगातार बढ़ता चला गया. इस जालसाजी में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शिकार बनीं हैं. 

महिलाओं ने सुनाई आपबीती

गिरोह के पकड़े जाने की खबर के बाद बड़ी संख्या में पीड़ित महिलाएं साइबर थाने पहुंचीं. नीतू, सोनू, कविता, रेशमा, सीमा, रीता समेत कई महिलाओं ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपनी जमा पूंजी, प्लॉट और उधार लेकर इस फर्जी स्कीम में पैसा लगाया था. एक पीड़िता सुनीता ने बताया कि उन्होंने 15 लाख रुपये निवेश किए थे और उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि रकम कई गुना बढ़ जाएगी लेकिन अब सब कुछ डूब चुका है.

अजय उर्फ टीपू गिरफ्तार, कई आरोपी फरार

साइबर क्राइम टीम ने अलीगढ़ निवासी 26 वर्षीय अजय उर्फ टीपू को गिरफ्तार किया है  जिसे इस ठगी गिरोह का सरगना बताया जा रहा है. पुलिस के अनुसार, पूछताछ में अजय ने कबूल किया है कि इस गैंग में कुल छह सदस्य शामिल हैं जो अलग-अलग राज्यों और शहरों में जाकर लोगों को क्रिप्टो निवेश के नाम पर ठगते थे. इस मामले में नरेंद्र, शुभम, गोपाल, विनय, विनोद और सचिन अभी फरार हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.

5-6 साल में 50 करोड़ की ठगी

एडीसीपी साइबर आदित्य ने बताया कि यह गिरोह पिछले 5 से 6 सालों से सक्रिय था और अलग-अलग राज्यों में हजरों लोगों से करीब 50 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है. आरोपी लोगों को क्रिप्टो निवेश के नाम पर बहलाते थे और मोटी रकम इकट्ठा होते ही अपना ठिकाना बदल लेते थे.

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान निवेश योजना, क्रिप्टो वेबसाइट या ज्यादा मुनाफे के लालच में न आएं. किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जांच करें और संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन या नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं.

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