मेरठ में घर के बाहर खेल रहे थे मानवी, शिवांश, ऋतिक और अचानक हो गए गायब, फिर इस हाल में देखकर मची चीख पुकार
उत्तर प्रदेश के मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के कस्बा सिवालखास वार्ड के रहने वाले जितेंद्र के घर के बाहर मानवी, शिवांश और ऋतिक खेल रहे थे. फिर अचानक बच्चे गायब हो गए. खोजबीन के दौरान बच्चों के शव खाली पड़े एक प्लॉट मे मिलने से हड़कंप मच गया.
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उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां जानी थाना क्षेत्र के कस्बा सिवालखास वार्ड के रहने वाले जितेंद्र के घर के बाहर मानवी, शिवांश और ऋतिक खेल रहे थे. लेकिन जब घर वाले बच्चों को खाना खिलाने के लिए उन्हें बुलाने गए तो वो बाहर नहीं दिखाई दिए. ऐसे में परिजनों ने आसपास के एरिया और पूरे गांव में खोजना शुरु कर दिया. लेकिन फिर भी कोई पता नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस की खोजबीन के दौरान तीनों बच्चों का शव खाली पड़े प्लॉट में मिला, जिसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया.
दरअसल मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के कस्बा सिवालखास वार्ड एक के रहने वाले जितेंद्र और मोनू के घर आसपास हैं.उनके घर के सामने हिम्मत का भी घर है. परिजनों के अनुसार जितेंद्र की सात साल की बेटी मानवी, मोनू का आठ साल का बेटा शिवांश और हिम्मत का आठ साल का बेटा ऋतिक रविवार सुबह 10 बजे घर के बाहर खेल रहे थे. दोपहर में परिजनों ने खाना खाने के लिए उन्हें घर के बाहर ढूंढा. लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया. इसके बाद आसपास के घरों और गली में उनकी तलाश शुरू की गई.लेकिन उनका सुराग नहीं लग पाया. ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका में परिजनों ने उनकी कस्बे में तलाश शुरू कर दी.
कस्बे में अनाउंसमेंट भी करवाया गया. इसके बाद ग्रामीणों और परिजनों ने आसपास के खेतों और गांवों में तलाश शुरू की. वहीं जब देर रात तक उनका कुछ पता नहीं चल पाया तो परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने भी लापता तीनों बच्चों की तलाश शुरू कर दी. फिर सोमवार सुबह करीब 6 बजे शिवांश, ऋतिक और मानवी के शव उनके घर के पास ही खाली पड़े प्लॉट में मिले जिसमें पानी भरा था. जानकारी मिलते ही परिजन रोते-बिलखते मौके पर पहुंचे. इस दौरान परिजनों ने थाने पर भी हंगामा किया. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.