15 दिसंबर को प्रयागराज में होने जा रहा कैसा महा आंदोलन? अखिलेश के ऐलान के बाद गरम हो गया माहौल
15 दिसंबर को प्रयागराज में यूपी लोक सेवा आयोग के खिलाफ छात्रों का महाआंदोलन होने जा रहा है. PCS 2025 प्रीलिम्स रिजल्ट और पारदर्शिता को लेकर हुंकार मंच ने प्रदर्शन की तैयारी की है.
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उत्तर प्रदेश का प्रयागराज एक बड़े छात्र आंदोलन का केंद्र बनने जा रहा है. 15 दिसंबर को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) दफ्तर के बाहर महाआंदोलन की तैयारी चल रही है, जिसकी अगुवाई संयुक्त प्रतियोगी छात्र हुंकार मंच कर रहा है. अलग-अलग छात्र संगठनों और स्टूडेंट लीडर्स के एक मंच पर आने के बाद यह आंदोलन और बड़ा रूप ले चुका है. बता दें कि PCS 2025 प्रीलिम्स रिजल्ट पर अभ्यर्थियों में बेहद गुस्सा है. अभ्यर्थियों इसमें पारदर्शिता की भारी कमी का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन इसी बीच आयोग ने भी अपनी ओर से कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण जारी किया है. आइए समझते हैं कि पूरा मामला क्या है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया समर्थन
आपको बता दें कि आज सुबह ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस महाआंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया है. उन्होंने अपने X पोस्ट में लिखा कि "नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं. भाजपा जाए तो नौकरी आए!" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका नैतिक समर्थन हमेशा प्रतियोगी छात्रों के साथ है और रहेगा और यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि युवाओं के भविष्य का सवाल है.
क्यों भड़के अभ्यर्थी?
UPPCS 2025 प्रीलिम्स रिजल्ट जरी होते ही अभ्यर्थियों की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है. 1 दिसंबर को रिजल्ट घोषित होने के बाद छात्रों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस बार पूरी प्रक्रिया पारदर्शी नहीं दिख रही है. उनकी सबसे बड़ी आपत्ति यह है कि आयोग ने न तो फाइनल आंसर की जारी की और न ही उन्हें कैटेगरी वाइज कट-ऑफ बताया गया, जिससे रिजल्ट पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है.
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इसके अलावा आरक्षण से जुड़े मुद्दों पर भी कई अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताई है. बता दें कि सबसे ज्यादा गुस्सा चयनित अभ्यर्थियों की संख्या को लेकर है. छात्रों का कहना है कि 920 पदों के लिए कम से कम 15 गुना यानी लगभग 13,800 उम्मीदवारों को प्रीलिम्स में सफल घोषित किया जाना चाहिए था. लेकिन आयोग ने केवल 11,772 अभ्यर्थियों को ही चयनित किया है. अभ्यर्थियों का मानना है कि चयनित संख्या कम करने से पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं और इसी कारण छात्रों में नाराजगी बढ़ती जा रही है.
आयोग ने दिया ये स्पष्टीकरण
UPPCS 2025 प्रीलिम्स रिजल्ट को लेकर बढ़ती नाराजगी के बीच आयोग ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. आयोग ने बताया कि इस बार परीक्षा में कई स्पेशल पद भी शामिल थे और कुछ अभ्यर्थी सामान्य पद के साथ-साथ स्पेशल पदों के लिए भी पास पास हुए. ऐसे मामलों में उनके रोल नंबर केवल एक बार दिखाए गए, इसलिए कुल पास अभ्यर्थियों की संख्या 15 गुना नहीं दिखाई दे रही, बल्कि केवल 12.7 गुना नजर आ रही है.
इसके अलावा आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि लास्ट आंसर की, कट-ऑफ और मार्कशीट केवल फाइनल रिजल्ट घोषित होने के बाद ही जारी की जाएगी, इसके पहले इन्हें सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.
क्या है छात्रों की मांगे?
संयुक्त प्रतियोगी छात्र हुंकार मंच ने 15 दिसंबर को होने वाले महाआंदोलन से पहले अपनी 5 प्रमुख मांगें सार्वजनिक की हैं. मंच ने कहा कि संशोधित अंतिम आंसर की तुरत जारी की जाए, सभी वर्गों की कट ऑफ सार्वजनिक की जाए, और सभी अभ्यर्थियों की मार्क्स लिस्ट भी जारी की जाए.
इसके अलावा मंच ने मांग की है कि OMR शीट की कार्बन कॉपी आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाए और मैन्स परीक्षा में पूछे जाने वाले ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की आंसर की भी जारी की जाए. छात्र मानते हैं कि इन कदमों से परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और भरोसेमंद बनेगी, जिससे अभ्यर्थियों के बीच शंका दूर हो सकेगी.











