कानपुर देहात के अग्निकांड पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बड़ा बयान, बोले- किसी को नहीं बख्शेंगे

आशीष श्रीवास्तव

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Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बुलडोजर चलाने की कार्रवाई के दौरान मां-बेटी की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जल कर मौत हो गई. मां-बेटी की मौत से उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है. समाजवादी पार्टी ने इस घटना को हत्या करार दिया है. पीड़ित परिवार ने प्रशासन के सामने कई मांगे रखी हैं. वहीं अब इस मामले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बड़ा बयान सामने आया है.

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि कानपुर की घटना बहुत निंदनीय है, पुलिस के जो लोग शामिल थे उनके खिलाफ FIR की गई है. सरकार दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, घटना में जिम्मेदार किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा.

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष इस पूरे मामले पर राजनीति कर रहा है. सरकार घटना को लेकर के संवेदनशील है और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. बता दें कानपुर देहात सोमवार को एक झोपड़ी को गिराने के लिए प्रशासन बुलडोजर लेकर पहुंचा, लेकिन उसमें मौजूद मां-बेटी की परवाह तक नहीं की. झोपड़ी को बुलडोजर से गिराया गया, फिर उसी वक्त झोपड़ी में आग लग गई और मां-बेटी की मौत हो गई. अब इस मामले पर सियासत गरमा गई है. समाजवादी पार्टी राज्य सरकार पर हमलावर है.

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जानकारी के मुताबिक,सपा विधायक अमिताभ बाजपेई कानपुर देहात के लिए निकल रहे थे . लेकिन, पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया. बताया जा रहा है कि सपा विधायक अमिताभ बाजपेई को नजरबंद कर दिया गया है.वहीं, पीड़ित के घर के बाहर कई थानों की फोर्स को तैनात किया गया है. समाजवादी पार्टी का एक डेलिगेशन भी मंगलवार घटना स्थल पर पहुंचेगा. डेलिगेशन में सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडे समेत चार विधायक, दो पूर्व विधायक, एक जिला अध्यक्ष समेत 11 प्रतिनिधियों का दल घटना स्थल पर पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सकता है.

 

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क्या है पूरा मामला?

बता दें कि सोमवार को कानपुर देहात के रूरा थाने के मड़ौली गांव में जो झोपड़ी गिराई गई. उसमें कृष्ण गोपाल दीक्षित अपने परिवार के साथ रहते थे. उनके खिलाफ अवैध कब्जे की शिकायत की गई थी. वही कब्जा हटाने प्रशासन की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची थी. बताया जाता है कि दीक्षित और उनके परिवार का बुलडोजर दस्ते से कहासुनी हुई और फिर झोपड़े को गिरने से बचाने के लिए मां-बेटी ने खुद को उसमें बंद कर लिया.

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तभी प्रशासन ने झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया गया. इसी बीच, झोपड़ी में आग लग गई. इस घटना में कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला दीक्षित और उनकी 23 साल की बेटी जिंदा जल गई.वहीं, प्रशासन की कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों ने मौके पर जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को खदेड़ कर भगा दिया. यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा एसडीएम हो या पुलिस के अफसर हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. सब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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