हेलो मैंने जहर पी लिया है... झांसी में BLO नाथूराम आर्य ने घर कॉल कर खुद दी जानकारी, SIR के काम में डाला जा रहा था दबाव?
झांसी में SIR के काम में लगे BLO नाथूराम आर्य ने कथित तौर पर जहर पीकर जान देने की कोशिश की है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. क्या नाथूराम आर्य पर कोई दबाव था इस बात की जांच की जा रही है.
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झांसी के मऊरानीपुर में उस वक्त सनसनी मच गई जब बीएलओ नाथूराम आर्य ने कथित तौर पर बढ़ते काम और विभागीय दवाब से परेशान होकर जहर पी लिया. बीएलओ नाथूराम आर्य के परिजनों ने लगातार बढ़ते बोझ को हादसे का कारण बताया है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि नाथूराम का एसआईआर का काम पहले ही पूरा हो चुका था. फिलहाल नाथूराम की स्थिति सामान्य है जबकि पूरा मामला गंभीर जांच के दायरे में है.
जहर पीकर घर कॉल किया था नाथूराम आर्य ने
झांसी के भानपुरा गांव निवासी और रोजगार सेवक के साथ-साथ बीएलओ के रूप में कार्यरत नाथूराम आर्य ने कथित तौर पर कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की है. घटना शाम लगभग 4:30 से 5 बजे के बीच की बताई जा रही है. जहर खाने के बाद नाथूराम को अचानक तेज उल्टियां शुरू हो गईं. उन्होंने खुद फोन पर परिजनों को सूचना दी. हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. यहां से डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. बाद में उनकी हालत स्थिर बताई गई.
'अधिकारी लगातार कहते रहे काम कहीं से भी करो'
बीएलओ नाथूराम के बेटे नितेश आर्य ने बताया कि उनके पिता करीब 15 दिनों से लगातार बीएलओ का काम कर रहे थे. आरोप है कि बीएलओ का काम पूरा हो जाने के बाद भी उन पर नए दवाब डाल दिए गए थे. गांव में इंटरनेट न होने से काम पूरा नहीं हो पा रहा था लेकिन अधिकारी लगातार कहते रहे काम कहीं से भी करो. साथ ही गांव के प्रधान द्वारा भी ई-केवाईसी करवाने का दबाव बनाया जा रहा था. नितेश के अनुसार लगातार प्रेशर, मानसिक तनाव और तकनीकी समस्याओं के समाधान के प्रति उदासीनता ने उनके पिता को तोड़ दिया.
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इंटरनेट की कमी से ई-केवाईसी करना लगभग असंभव था: नाथूराम
अस्पताल में दिए बयान में नाथूराम ने कहा कि इंटरनेट की कमी से ई-केवाईसी करना लगभग असंभव था फिर भी उनसे कहा जा रहा था कि किसी भी तरह काम पूरा किया जाए. उन्होंने बताया कि कई मीटिंग में अधिकारियों को स्थिति समझाई, पर किसी ने समस्या को गंभीरता से नहीं लिया. अंत में मानसिक दबाव में आकर उन्होंने कीटनाशक पी लिया.
एसडीएम मऊरानीपुर श्वेता साहू, तहसीलदार ललित कुमार पांडे और नायब तहसीलदार अमित कुमार मुदगल ने पूरे प्रकरण की जानकारी ली है. एसडीएम श्वेता साहू ने बताया कि नाथूराम ने एसआईआर का काम एक सप्ताह पहले ही अच्छी तरह पूरा कर लिया था. काम पूरा होने के बाद उनसे कोई नया काम नहीं लिया गया था. प्रारंभिक तौर पर यह व्यक्तिगत कारण का मामला भी लगता है. उन्होंने आश्वासन दिया कि पूरे मामले की विस्तृत जांच की जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई होगी.











