सैमसंग इनोवेशन कैंपस के थर्ड फेज में 10000 यूथ ट्रेनिंग कार्यक्रम से जुड़े, 5 हजार सिर्फ यूपी के, पूरी डिटेल जानिए
उत्तर प्रदेश में सैमसंग इनोवेशन कैंपस के फेज-3 में 10 हजार युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा में प्रशिक्षण मिला. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह टेक्नोलॉजी युवाओं को स्वावलंबी बना रही है.
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उत्तर प्रदेश में सैमसंग इनोवेशन कैंपस के थर्ड फेज में देश के 10000 युवाओं को आधुनिक और उभरती तकनीकों में प्रशिक्षण दिया गया है. इसमें से 5,000 प्रशिक्षु सिर्फ उत्तर प्रदेश से हैं. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को स्वावलंबी बनाना और उन्हें इमर्जिंग टेक्नोलॉजी से जोड़कर रोजगार के अवसर प्रदान करना है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित समारोह में कहा कि टेक्नोलॉजी जीवन में बदलाव और व्यवसाय को तेजी से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने भ्रष्टाचार और वैश्विक पहचान के संकट से बाहर निकलकर दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सफलता हासिल की है.
सीएम योगी ने युवाओं को नए प्रयोगात्मक ज्ञान और तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि सैमसंग इनोवेशन कैंपस युवाओं को स्वावलंबी बनने का प्लेटफॉर्म दे रहा है. प्रदेश सरकार ने युवाओं को अपने स्टार्टअप स्थापित करने के लिए 1000 करोड़ रुपए के फंड ऑफ फंड की व्यवस्था की है.
सैमसंग इनोवेशन कैंपस ने प्रदेश के युवाओं को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने का काम किया है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए कौशल विकसित किए जाते हैं जो युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलते हैं. सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के सीईओ जेबी पार्क ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से एक वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में उभर रहा है और सैमसंग ने इसी दृष्टि से नोएडा में विश्वस्तरीय निर्माण संयंत्र स्थापित किया है.
प्रशिक्षण कार्यक्रम की विशेषताएं
- इस फेज-3 में लगभग 10000 युवाओं को प्रशिक्षण से जोड़ा गया है. इसमें गोरखपुर और आसपास के 2000 प्रशिक्षु भी शामिल हैं.
- प्रशिक्षण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और कोडिंग तथा प्रोग्रामिंग जैसी उभरती तकनीकों पर आधारित है.
- प्रदेश के 150 से अधिक सरकारी आईटीआई संस्थान इस कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं, जिनके माध्यम से युवाओं को आधुनिक कौशल सिखाए जा रहे हैं.
- युवाओं को इंटर्नशिप और व्यावहारिक ज्ञान के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं ताकि वे थ्योरी के साथ-2 प्रैक्टिकल नॉलेज भी हासिल कर सकें.
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन निशुल्क वितरित किए जा रहे हैं ताकि डिजिटल शिक्षा पहुंच सके. उन्होंने युवाओं को समस्या समाधान की मानसिकता अपनाने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की सलाह दी. पर्यावरण संरक्षण की भी बात करते हुए उन्होंने कहा कि पराली जलाने जैसी आदतें प्रदूषण बढ़ाती हैं और इसके लिए जनजागरण जरूरी है.
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प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार मिलकर युवाओं को स्टार्टअप स्थापित करने में सहयोग कर रही हैं और इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भी तकनीकी एवं कौशल विकास को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे युवा आत्मनिर्भर बन सकें और आर्थिक विकास में योगदान दें.
गोरखपुर स्थित योगीराज बाबा गंभीरनाथ ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने 1600 से अधिक प्रशिक्षुओं को प्रमाण-पत्र वितरित किए. कार्यक्रम में सैमसंग इंडिया के साउथवेस्ट एशिया के अध्यक्ष जेबी पार्क, इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन विनोद शर्मा, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन, सांसद रवि किशन शुक्ल, विधायक विपिन सिंह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे.











