बरेली स्टेशन के टिकट विंडो से बच्ची का हुआ था अपहरण, 6 दिनों में हुए उसके रेस्क्यू की पूरी कहानी जानिए
बरेली जंक्शन से अगवा की गई एक मासूम बच्ची को रेलवे पुलिस ने 6 दिन की कड़ी मेहनत के बाद सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में बच्ची को बेचने की नीयत से किडनैप करने वाले दंपति को गिरफ्तार किया है.
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Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली जंक्शन पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब टिकट विंडो के पास से एक मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया गया. बता दें कि यह घटना 28 अगस्त की है, जब बच्ची अपने परिवार के साथ स्टेशन पर मौजूद थी. इस मामले में रेलवे पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 6 दिनों की सघन जांच और सीसीटीवी फुटेज की मदद से बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने इस मामले में एक कपल को गिरफ्तार भी किया है, जिसनें बच्ची को बेचने की नीयत से उसका अपहरण किया था.
टिकट विंडो के पास से उठाई गई बच्ची
हरिद्वार से आए पति-पत्नी अपने बच्चों के साथ बरेली सरकारी अस्पताल में दवा लेने के लिए पहुंचे थे. दूरी ज्यादा होने के कारण महिला अपने पति और बच्ची को बरेली जंक्शन पर ही छोड़ अस्पताल चली गई. जब वह वापस लौटी तो देखा कि बच्ची लापता है. तुरंत ही शोर मचाया गया और रेलवे पुलिस को सूचना दी गई.
घटना स्थल पर पहुंचे रेलवे पुलिसकर्मियों ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें एक महिला बच्ची को ले जाते हुए दिखाई दी. जांच में सामने आया कि एक दंपति ने मौके का फायदा उठाकर बच्ची को टिकट विंडो के पास से उठाया और उसे लेकर फरार हो गया.
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बेचने की नीयत से किया था अपहरण
पुलिस पूछताछ में सामने आया की दोनों जलालाबाद के फर्रुखाबाद रोड के निवासी हैं. आरोपी महिला कुसुम और उसके पति नेनुआ ने कबूल किया कि उन्होंने आर्थिक तंगी के चलते बच्ची को किडनैप किया था. वे बच्ची को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश में थे. अगर समय पर पुलिस नहीं पहुंचती तो बच्ची को बेच दिया जाता.
6 दिन की मेहनत के बाद मिली सफलता
रेलवे पुलिस ने बच्ची की तलाश के लिए विशेष टीमों का गठन किया और जंक्शन के अंदर-बाहर लगे दर्जनों सीसीटीवी कैमरे खंगाले. आखिरकार 6 दिन की मेहनत के बाद बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया गया और माता-पिता को सौंप दिया गया.
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