अपने गाने में मां दुर्गा के लिए भद्दे शब्द बोलने वाली मिर्जापुर की सिंगर सरोज सरगम की क्या है कहानी?
मिर्जापुर की बिरहा सिंगर सरोज सरगम को मां दुर्गा पर आपत्तिजनक वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.जानिए कौन है सरोज सरगम और इस मामले में पुलिस ने क्या कार्रवाई की है.
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मिर्जापुर की बिरहा सिंगर सरोज सरगम को मां दुर्गा पर आपत्तिजनक गाने और वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने उसके पति राममिलन बिंद को भी गिरफ्तार किया है. पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर सरोज सरगम को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ था और हिंदू संगठन लगातार उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. ऐसे में जब सरोज सरगम की जमकर चर्चा है, तो आइये खबर में हम सिंगर की पूरी कहानी बताते हैं.
कौन है बिरहा सिंगर सरोज सरगम?
मिर्जापुर की रहने वाली सरोज सरगम खुद को एक बिरहा गायिका बताती है. उसका अपना एक यूट्यूब चैनल भी है. उसके चैनल पर ज्यादातर आपत्तिजनक और अभद्र भाषा वाले वीडियो भरे पड़े हैं. उसके चैनल का नाम 'Saroj Sargam Mirzapur' है. इस पर के 64 हजार+ सब्सक्राइबर हैं. सरोज सरगम ने इस चैनल पर 40 वीडियो अब तक अपलोड किए थे. हालांकि इन्हें अब हटा लिया गया है. सरोज सरगम ने होने इंस्टा बायो में लिखा है कि उसने आकाशवाणी, दूरदर्शन और महुआ चैनल के लिए भी गाने गए हैं.
मालूम हो की 19 सितंबर 2025 को उसने मां दुर्गा को लेकर एक वीडियो यूट्यूब पर पोस्ट किया था, जिसमें उसने देवी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर उसकी गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई थी.
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कैसे हुई गिरफ्तारी?
इस मामले में मड़िहान थाने में गायिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच में तेजी लाने के लिए पुलिस ने सर्विलांस और साइबर टीमों को भी लगाया था. भारी विरोध के बीच मिर्जापुर पुलिस ने सरोज और उसके पति को मड़िहान थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने बताया कि महिला द्वारा आराध्य मां दुर्गा के बारे में अपशब्दों का प्रयोग करने से हिंदू समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया था जिसके बाद यह कार्रवाई की गई.
जमीन पर भी था अवैध कब्जा
इस मामले के बाद पुलिस को एक और शिकायत मिली. वन विभाग और राजस्व टीम ने जांच की तो पता चला कि गायिका ने पटेहरा ब्लॉक के गढ़वा में 15 बीघा जमीन पर जबरन कब्जा किया हुआ था. सरोज पक्ष जमीन के कोई भी कागजात नहीं दिखा पाया जिसके बाद प्रशासन ने जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करा दिया.
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