समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने शनिवार को ट्विटर पर एक दूसरे पर निशाना साधा.
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शनिवार को मौर्य ने सपा प्रमुख को सीधे लक्ष्य करते हुए ट्वीट किया, “सत्ता के लिए बेचैन श्री अखिलेश यादव की पार्टी सपा का लोकसभा चुनाव 2024 में खाता भी नहीं खुलेगा, उत्तर प्रदेश और देश में मोदी लहर पहले से तेज है.”
मौर्य के ट्वीट के कुछ देर बाद अखिलेश यादव ने केशव मौर्य की मुस्कुराती हुई एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, “आप इतना जो मुस्कुरा रहे हैं… आपके मंत्रालय में बजट की कटौती हो गयी… आपके मंत्रालय के विभागों में पैसा नहीं पहुँचा… टेंडर न हो पाया… क्या ये सब राज़ छिपा रहे हैं… आप इतना क्यों मुस्कुरा रहे हैं?”
प्रदेश भाजपा के मीडिया सह संपर्क प्रमुख नवीन श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, “बजट, धन, टेन्डर, ये सब चीज़ें अखिलेश यादव जैसे धनलोलुप भ्रष्टाचारियों के लिए महत्वपूर्ण है, केशव प्रसाद मौर्य जैसे कर्मयोगी के लिए नही.”
गौरतलब है कि अभी हाल में अखिलेश यादव ने कहा था कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम से सबक लेना चाहिए. उन्होंने कहा था, ‘‘ अगर वह अपने 100 विधायकों के साथ आ जाएं, तो (मैं) उन्हें मुख्यमंत्री बना दूंगा.’’
अखिलेश यादव के इस आमंत्रण पर मौर्य ने पलटवार किया और कहा कि सपा के 100 से ज्यादा विधायक भाजपा के संपर्क में हैं.
सपा मुख्यालय से जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा राज में उत्तर प्रदेश विकास से पूर्णतया वंचित एवं उपेक्षित है और भाजपा नेतृत्व के पास विकास की कोई दिशादृष्टि नहीं है. उन्होंने आह़वान किया, ”2024 में जनविरोधी भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए जनता को मिलकर तैयार रहना है.”
सपा मुख्यालय में शनिवार को आए लोगों को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ”भाजपा सरकार कुछ भी बदलाव करने की स्थिति में नहीं है, भाजपा सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों के हितों के लिए काम कर रही है.”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी असंतोष पनप रहा है, जनता ने अब भाजपा को सबक सिखाने का पक्का इरादा कर लिया है.
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