SBSP ओपी राजभर बोले- अपना दल (कमेरावादी) सपा से अलग हो गया, बस तलाक बाकी

यूपी तक

14 Feb 2024 (अपडेटेड: 14 Feb 2024, 05:14 PM)

इस बीच एनडीए के साथी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) चीफ ओम प्रकाश राजभर का एक बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि अपना दल (कमेरावादी) सपा से अलग हो गया है, बस तलाक बाकी है.

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आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. समाजवादी पार्टी गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. अपना दल (कमेरावादी) की नेत्री और विधायक पल्लवी पटेल सपा पर राज्यसभा चुनाव को लेकर भड़क गई हैं.  पल्लवी पटेल ने ऐलान कर दिया है कि वह सपा कैंडिडेट को राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं करेंगी. इस बीच एनडीए के साथी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) चीफ ओम प्रकाश राजभर का एक बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि अपना दल (कमेरावादी) सपा से अलग हो गया है, बस तलाक बाकी है. साथ ही राजभर ने कहा कि पल्लवी पटेल के बयान का हम स्वागत करते हैं, उन्होंने जो कहा है, बहुत सही कहा है. 

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राजभर ने सपा चीफ पर हमला बोलते हुए कहा कि अखिलेश जी पीडीए के नाम पर पिछड़ों का हक लूटते हैं. सपा ने जिन तीन राज्यसभा सदस्यों का नामनेंशन कराया, उसमें न पी है, न डी है और न ए है. तीनो में एक भी नहीं हैं. यह झूठ बोलते हैं यही पल्लवी कह रही हैं. बता दें कि सपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए पूर्व सांसद रामजीलाल सुमन, जया बच्चन और पूर्व आईएएस अधिकारी आलोक रंजन को उम्मीदवार बनाया है. 

राजभर ने आगे कहा कि अपना दल (कमेरावादी) अलग हो गई है, बस तलाक बाकी है. अब अखिलेश जी लिखकर भेजवा देंगे, बस तलाक हो जाएगा, जैसे हमको भेजवाये हैं, वैसे उनको भी भेजवा देंगे. तलाक हो जाएगा, वो भी कबूल कर लेंगी. 

पल्लवी पटेल ने क्या कहा था?

बता दें कि पीडीए सपा चीफ अखिलेश यादव का नारा है और इसके तहत वह यूपी में पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक मतदाताओं को एकजुट करने की जुगत में हैं. सपा से जया बच्चन, पूर्व प्रमुख सचिव आलोक रंजन और रामजीलाल सुमन राज्यसभा के कैंडिडेट हैं. अब पल्लवी पटेल जब 'बच्चन और रंजन' का तंज कस रही हैं, तो जाहिर तौर पर सीधा निशाना अखिलेश यादव ही हैं. 

यूपी Tak से बातचीत में पल्लवी पटेल ने कहा था, ' PDA का मतलब मैं पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक समझती हूं लेकिन मदांध लोग इसे बच्चन और रंजन बना रहे हैं. ये कोई फिल्मी लड़ाई नहीं चल रही है. जया बच्चन अभिनेत्री हो सकती हैं, आलोक रंजन क्लर्क हो सकते हैं लेकिन जब लड़ाई पिछड़ा, दलित, खेत-खलिहान की हो रही है तो फिर पीडीए कहां गया? ये गरीब, पिछड़ा, अल्पसंख्यक की लड़ाई है. उनकी हकमारी में मैं साथ नहीं हूं.'  


पल्लवी पटेल ने साफ कहा था कि वह जया बच्चन और आलोक रंजन को वोट नहीं करेंगी. उन्होंने आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव ने अपने मूल मंत्र PDA को फॉलो नहीं किया है और कोई चर्चा भी नहीं की. पल्लवी ने कहा था कि अखिलेश के साथ आगे गठबंधन कैसा चलेगा यह मेरा विषय नहीं है, इसे राजमाता कृष्णा पटेल तय करेंगी. 
 

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