UP News: संभल हिंसा को लेकर सियासत तेज हो गई है. आज समाजवादी पार्टी का 15 सदस्य प्रतिनिधि मंडल विधानसभा नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में संभल जाना था. मगर आज सुबह से ही माता प्रसाद पांडे के लखनऊ स्थित आवास पर भारी पुलिसबल तैनात है. सरकार और प्रशासन द्वारा सपा प्रतिनिधि मंडल में शामिल सभी नेताओं को संभल जाने से रोका जा रहा है.
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इसी बीच माता प्रसाद पांडे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनके पास देर रात ही संभल जिलाधिकारी का फोन आया था. संभल जिलाधिकारी ने देर रात फोन करके उन्हें संभल दौरा टालने के लिए कहा था.
DM संभल और माता प्रसाद पांडे के बीच क्या बात हुई?
माता प्रसाद पांडे ने बताया, देर रात ही संभल जिलाधिकारी का फोन आया. उन्होंने बताया कि प्रशासन ने 10 दिसंबर तक संभल में निषेधआज्ञा लागू कर दिया है. माता प्रसाद पांडे ने आगे बताया, संभल डीएम ने कहा कि आप यहां मत आइये. इसके जवाब में मैंने उनसे कहा कि हम सुबह पार्टी दफ्तर में जाएंगे. वहां आप ने बात बताई हैं, उसे रखेंगे. फिर जो तय होगा, वह हम आपको बता देंगे.
इस दौरान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने मीडिया से कहा, अगर वहां मीडिया जा सकता है, मीडिया के लोग जा सकते हैं, जो बात वहां मीडिया बता रही है. अगर वही बात हम कह देंगे तो लोग कैसे भड़क जाएंगे. हम लोगों ने तय किया था कि सभी लोग अपने-अपने क्षेत्रों से आएंगे और संभल के पास मिलेंगे. मगर जब हमारे यहां पुलिस लगी है, तो उनके यहां भी होगी.
‘हमें लिखित नोटिस मिलना चाहिए था’
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और सपा नेता माता प्रसाद पांडे ने आगे कहा, नियमानुसार हमें लिखित नोटिस मिलना चाहिए. हमें कोई लिखित नोटिस नहीं मिला. ये सरकार जानबूझकर अपने कार्यों पर पर्दा डालने के लिए हमें रोक रही है.
बता दें कि बीते 24 नवंबर के दिन जामा मस्जिद सर्वे को लेकर संभल में भारी बहाव हुआ था, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी. इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी गंभीर घायल हुए थे. पथराव और आगजनी के दौरान दंगाइयों ने भारी हिंसा की थी, जिसमें डिप्टी एसपी तक के पैर में गोली लगी थी. फिलहाल अब इस मामले पर खूब सियासत हो रही है.
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