अयोध्या में ओवैसी की सभा: जानिए इसके मायने, क्या है AIMIM का प्लान, किसे है नुकसान

यूपी तक

• 01:25 AM • 08 Sep 2021

यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली पार्टी एआईएमआईएम भी ताल ठोकेगी. सियासी जमीन तैयार करने के लिए एआईएमआईएम अध्यक्ष…

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यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली पार्टी एआईएमआईएम भी ताल ठोकेगी. सियासी जमीन तैयार करने के लिए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अयोध्या में दस्तक दे रहे हैं. अयोध्या जिले की 5 विधानसभा सीट में से एक रुदौली विधानसभा में मंगलवार को ओवैसी एक सभा को संबोधित करेंगे. आपको बता दें कि अयोध्या की रुदौली विधानसभा सीट पर एआईएमआईएम ने शेर अफगन को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.

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यहां यह जानना महत्वपूर्ण है कि रुदौली विधानसभा अयोध्या जनपद की ऐसी सीट है जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. इसीलिए लंबे समय से इस सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है.

मौजूदा समय में रुदौली विधानसभा बीजेपी के पास है. इसके पीछे वह रणनीति है जिसके जरिए बीजेपी ने समाजवादी पार्टी की सीटों के गणित में अपना नंबर बढ़ाया था. यह गणित है समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष और विधायक रामचंद्र यादव को रुदौली विधानसभा सीट से बीजेपी का प्रत्याशी बनाना.

पिछले 2 विधानसभा चुनावों में रुदौली विधानसभा सीट की सियासी तस्वीर

2017: इस चुनाव में रुदौली सीट पर बीजेपी उम्मीदवार रामचंद्र यादव ने एसपी प्रत्याशी अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां को 31259 वोटों से हराया था.

2012: रुदौली सीट पर इस चुनाव में भी बीजेपी उम्मीदवार रामचंद्र यादव की जीत हुई थी. उन्होंने एसपी प्रत्याशी अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां को 941 वोटों से कराया था.

असदुद्दीन ओवैसी ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, जिससे मुस्लिम वोटर्स के बीच बंटवारा हो सकता है. आगामी विधानसभा चुनाव में रुदौली विधानसभा सीट पर एआईएमआईएम का प्रत्याशी आने से बीजेपी को मदद मिल सकती है.

आपको बता दें कि मुरादाबाद से एसपी सांसद एसटी हसन ने असदुद्दीन ओवैसी के अयोध्या दौरे पर कहा कि ओवैसी और बीजेपी मुस्लिम वोट का ध्रुवीकरण करते हैं.

ओवैसी के आने को लेकर एआईएमआईएम नेताओं ने क्या कहा?

हम लोग उनको (असदुद्दीन ओवैसी) पहले रानी मऊ से रिसीव करेंगे, जिसके बाद वह कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे. सम्मेलन के बाद वह मजार ए शरीफ जाएंगे और चादर चढ़ाएंगे. इसके बाद, ओवैसी भेलसर चैराहे के कार्यालय आएंगे और इसका उद्घाटन करेंगे.

शेर अफगन, प्रत्याशी (रुदौली)

पहले जितनी मेहनत करते थे उससे ज्यादा कर रहे हैं. तैयारी भी अच्छी हो गई है. जमीन के ऊपर कार्य अच्छा चल रहा है.

जमशेद आलम, एआईएमआईएम पदाधिकारी

हाल ही में ‘पंचायत आज तक’ में ओवैसी से पूछा गया था- ”आप किंगमेकर हैं, गेम ब्रेकर हैं, क्या हैं आप, यूपी में आपकी क्या भूमिका है?” इसपर उन्होंने कहा, ”ना मैं किंगमेकर हूं, ना मैं गेम ब्रेकर हूं और ना मैं स्पीड ब्रेकर हूं. मैं वो हूं जो उत्तर प्रदेश के मुसलमानों में एक लीडरशिप पैदा करने के लिए आया है. मैं यहां लीडर बनने नहीं आया हूं.”

आपको बता दें कि ओवैसी ने अपने अयोध्या दौरे को अयोध्या न कहकर फैजाबाद कहा है. अयोध्या को फैजाबाद कहने के पीछे ओवैसी की अपनी चुनावी राजनीति है. अब यह देखना अहम होगा कि मुसलमानों में लीडरशिप पैदा करने हैदराबाद से यूपी आए ओवैसी आगामी विधानसभा चुनाव में कैसा प्रदर्शन करते हैं.

रिपोर्ट: बनबीर सिंह

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